मान्यता को ले चार निजी बीएड कॉलेज एनसीटीइ की शरण में

त्र सुनवाई अधूरी, मंगलवार को आ सकता है फैसला वरीय संवाददाता धनबाद. विनोबा भावे विश्वविद्यालय के चार निजी बीएड कॉलेज अपनी मान्यता बचाने के लिए एनसीटीइ के दिल्ली कार्यालय की शरण में हैं. सुनवाई के बाद भुवनेश्वर क्षेत्रीय कार्यालय अपनी रिपोर्ट दिल्ली कार्यालय प्रेषित चुका है. अब सभी की नजरें दिल्ली कार्यालय पर टिकी हैं. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 25, 2014 12:20 AM

त्र सुनवाई अधूरी, मंगलवार को आ सकता है फैसला वरीय संवाददाता धनबाद. विनोबा भावे विश्वविद्यालय के चार निजी बीएड कॉलेज अपनी मान्यता बचाने के लिए एनसीटीइ के दिल्ली कार्यालय की शरण में हैं. सुनवाई के बाद भुवनेश्वर क्षेत्रीय कार्यालय अपनी रिपोर्ट दिल्ली कार्यालय प्रेषित चुका है. अब सभी की नजरें दिल्ली कार्यालय पर टिकी हैं. इन चार कॉलेजों में धनबाद के दो निजी बीएड कॉलेज जीएन कॉलेज तथा विश्वेश्वरैया बीएड कॉलेज भी हैं. मान्यता जारी रखने के सवाल पर सोमवार को अधिकारियों ने काफी विचार-मंथन किया. मंगलवार को इस पर फैसला आने के आसार हैं. यह जानकारी फोन पर जीएन कॉलेज के प्राचार्य प्रो. पी शेखर ने दी. उन्होंने बताया कि उनके कॉलेज की सुनवाई सकारात्मक रही. विदित हो कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आधार पर पिछले दिनों एनसीटीइ की टीम ने राज्य के विभिन्न सरकारी व निजी बीएड कॉलेजों के निरीक्षण में अर्हता में भारी कमी पाते हुए अधिकांश के खिलाफ अपनी रिपोर्ट समर्पित की. उक्त रिपोर्ट के आधार पर धनबाद के एसएसएलएनटी कॉलेज, आरएसपी कॉलेज झरिया, जीएन बीएड कॉलेज तथा विश्वेश्वरैया बीएड कॉलेज सहित अन्य की मान्यता 2015 से रद्द कर दी गयी. अर्हता पूरी नहीं करने वाले इन कॉलेजों से बचाव में उनका पक्ष एनसीटीइ ने मांगा था. पिछले दिनों भुवनेश्वर में एनसीटीइ की हुई बैठक में सुनवाई के बाद चार कॉलेजों के संबंध में अंतिम फैसला के लिए रिपोर्ट दिल्ली कार्यालय भेज दी गयी.

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