एड्स मरीज को टीबी का खतरा : डॉ जयंत

-एचआइवी मरीजों को मिला प्रशिक्षण वरीय संवाददाता, धनबाद एड्स मरीजों को टीबी का खतरा होता है. इसी तरह टीबी के मरीज को भी एड्स का खतरा हो सकता है. अज्ञानतावश मरीज इसे नहीं समझ पाते हैं. ऐसे मरीजों को जागरूक करने की जरूरत है. उक्त बातें जिला एड्स कंट्रोल सोसाइटी के नोडल व यक्ष्मा पदाधिकारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 25, 2014 1:02 AM

-एचआइवी मरीजों को मिला प्रशिक्षण वरीय संवाददाता, धनबाद एड्स मरीजों को टीबी का खतरा होता है. इसी तरह टीबी के मरीज को भी एड्स का खतरा हो सकता है. अज्ञानतावश मरीज इसे नहीं समझ पाते हैं. ऐसे मरीजों को जागरूक करने की जरूरत है. उक्त बातें जिला एड्स कंट्रोल सोसाइटी के नोडल व यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ जयंत कुमार ने वीर कुंवर सिंह नगर, सरायढेला में एड्स मरीजों के लिए आयोजित प्रशिक्षण के दौरान कहीं. इस दौरान शिविर में एड्स पीडि़त 30 महिला-पुरुषों ने भाग लिया. डॉ कुमार ने कहा कि समय-समय पर टीबी व एड्स मरीजों को जांच करवानी चाहिए. अधिकांश एड्स मरीजों को बाद में टीबी हो जाता है. सही समय पर पहचान होने पर दवा से इसे ठीक किया जा सकता है. इस दौरान मरीजों से दूसरे अन्य पीडि़तों को भी जागरूक करने की अपील की गयी. कार्यक्रम केयर इंडिया व जीडीएलएन प्लस नेटवर्क की ओर से आयोजित किया गया. मौके पर केयर के सुतीर्थ सान्याल, प्रोजेक्ट मैनेजर बैजनाथ दत्ता आदि मौजूद थे. शिविर में 160 की जांच धनबाद. राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के तहत धनबाद रेलवे स्टेशन के पास स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया. मुख्य रूप से मिशन के नोडल पदाधिकारी डॉ बीके गोस्वामी मौजूद थे. इस दौरान सदर चिकित्सा पदाधिकारी डॉ आलोक विश्वकर्मा ने लोगों को कई जानकारी दी. शिविर में 160 लोगों की जांच की गयी. इनमें 40 लोग मधुमेह से पीडि़त पाये गये. जांच में डॉ लक्खी प्रभा भराली, मुक्ति रंजन, एएनएम मोनिका, अरविंद, बीपीएल श्वेता श्रीवास्तव आदि मौजूद थे.

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