वरीय संवाददाता, धनबाद,
लोकसभा चुनाव कार्य से मुक्त होने के लिए जिले के 200 से ज्यादा सरकारी कर्मचारियों ने विभिन्न बीमारियों का हवाला देते हुए जिला प्रशासन को आवेदन किया है. उपायुक्त के निर्देश पर सरकारी कर्मचारियों की बीमारियों के सत्यापन के लिए सिविल सर्जन कार्यालय में मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है. सिविल सर्जन डॉ चंद्रभानु प्रतापन ने बताया : दो दिनों में 29 सरकारी कर्मियों की मेडिकल जांच की गयी. इसमें 15 कर्मियों ने शूगर व बीपी का हवाला देते हुए चुनाव कार्य से मुक्त होने के लिए आवेदन दिया था. बताया : 10 दिनों के अंदर चुनाव कार्य से मुक्त होने वाले अन्य सरकारी कर्मियों का मेडिकल किया जायेगा. मेडिकल जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद इसकी रिपोर्ट उपायुक्त को साैपेंगे. मेडिकल जांच में एसएनएमएमसीएच के मेडिसिन विभाग के डॉ अभिषेक वर्मा, सदर अस्पताल के ऑर्थो विभाग के डॉ हरेंद्र, गायनी विभाग की डॉ अंजना आदि शामिल हैं.
इस वजह से चुनाव कार्य से मुक्त होना चाहते हैं कर्मी :
दरअसल चुनाव के दौरान सरकारी कर्मचारियों की नियुक्ति दूर-दराज के इलाकों और संवेदनशील इलाकों में भी की जाती है. सुरक्षा कारणों से लोग चुनाव कार्य में ड्यूटी से बचना चाहते हैं.