महिला का पार्थिव शरीर दान
धनबाद: बरमसिया फुटबॉल मैदान के निकट रहने वाली फूलो रानी चक्रवर्ती (66) का पार्थिव शरीर गुरुवार को पाटलिपुत्र मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल को दान कर दिया गया. मेडिकल स्टूडेंट्स डेथ बॉडी से शिक्षा ग्रहण करेंगे. फूलो रानी का निधन बुधवार की रात साढ़े नौ बजे हो गया था. पुलिस को सूचना देने शरीर पीएमसीएच के […]
धनबाद: बरमसिया फुटबॉल मैदान के निकट रहने वाली फूलो रानी चक्रवर्ती (66) का पार्थिव शरीर गुरुवार को पाटलिपुत्र मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल को दान कर दिया गया. मेडिकल स्टूडेंट्स डेथ बॉडी से शिक्षा ग्रहण करेंगे. फूलो रानी का निधन बुधवार की रात साढ़े नौ बजे हो गया था. पुलिस को सूचना देने शरीर पीएमसीएच के सुपुर्द कर दिया गया. स्थानीय पार्षद मदन महतो की इसमें उल्लेखनीय भूमिका रही.
कौन थीं फूलो रानी
86 वर्षीय रिटायर रेलवे गार्ड कुसुम चक्रवर्ती की पत्नी थी. इस दंपती ने 2010 में एक साथ शरीर दान करने की घोषणा की थी. चक्रवर्ती दंपती के चार बेटे व एक बेटी है. बड़ा बेटा किशोर चक्रवर्ती रांची मेकॉन में अकाउंट मैनेजर है.
मंझला बेटा कुंथल चक्रवर्ती इस्टर्न रेलवे को-ऑपरेटिव बैंक, धनबाद में ब्रांच मैनेजर हैं. तीसरा बेटा केशव चक्रवर्ती पटना में फार्मा की पढ़ाई कर रहा है. चौथा बेटा कुणाल दिल्ली में फुट वेयर कंपनी में काम करता है. बेटी इंद्राणी की शादी भुवनेश्वर में हो चुकी है.
इसके पीछे क्या है फलसफा
कुसुम चक्रवर्ती ने कहा कि शरीर को दान करना बेहतर कदम है. अमीर हो या गरीब मरने के बाद सब कुछ यही रह जाता है. यह शरीर भी नहीं जाता है. मरने के बाद यदि शरीर कोई काम आ जाये, तो इसके बढ़ कर अच्छी बात और क्या होगी.