सेंट्रल अस्पताल में की तोड़फोड़

धनबाद: सड़क दुर्घटना में घायल छात्र अभिजीत कुमार की सेंट्रल अस्पताल में हुई मौत से उग्र छात्रों ने अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में शुक्रवार को जम कर तोड़फोड़ की. छात्र चिकित्सकों पर र्दुव्‍यवहार व इलाज में लापरवाही का आरोप लगा रहे थे. इमरजेंसी में भरती दूसरे मरीजों को जैसे-तैसे भागना पड़ा. वहां तसवीर लेने गये […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 29, 2014 6:26 AM

धनबाद: सड़क दुर्घटना में घायल छात्र अभिजीत कुमार की सेंट्रल अस्पताल में हुई मौत से उग्र छात्रों ने अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में शुक्रवार को जम कर तोड़फोड़ की. छात्र चिकित्सकों पर र्दुव्‍यवहार व इलाज में लापरवाही का आरोप लगा रहे थे. इमरजेंसी में भरती दूसरे मरीजों को जैसे-तैसे भागना पड़ा. वहां तसवीर लेने गये एक अखबार के छायाकार की छात्रों ने पिटाई कर दी. सूचना पाकर सरायढेला थाना प्रभारी दल-बल के साथ अस्पताल पहुंची, लेकिन छात्र समझने को तैयार नहीं थे.

इसके बाद डीएसपी, जिला पुलिस, सीआइएसएफ के क्राइम ब्रांच के पदाधिकारी व जवान मौके पर पहुंचे. पुलिस ने छात्रों को खदेड़ा. उत्पात करने वाले लगभग दस छात्रों को हिरासत में ले लिया गया है. करीब ढाई घंटे तक अफरा-तफरी का माहौल कायम रहा.

गोशाला के पास हुई थी दुर्घटना

बताया जाता है कि दोपहर शुक्रवार करीब 11 बजे सिंदरी-झरिया मुख्य मार्ग स्थित गोशाला ओपी से के निकट जोरिया पुल के पास महिंद्रा जीप ने अभिजीत की क्वासाकी मोटरसाइकिल में टक्कर मार दी. माइनिंग के छात्र अभिजीत कुमार रवानी (बलियापुर), पवन शर्मा (बरही), व गौरव प्रभात (झुमरी तिलैया) कॉलेज से निकल कर बरारी कोलियरी में बीटीसी ट्रेनिंग का प्रमाण पत्र लेने बाइक से जा रहे थे. बाइक ज्योंही जोरिया पुल के पास पहुंची, विपरीत दिशा से आ रही महिंद्रा जीप (बीआर20 डी/ 0321) ने बाइक (नंबर बीआर 09सी/ 0712) को टक्कर मार दी. इससे तीनों घायल हो गये. सूचना पाकर कॉलेज प्रबंधन के साथ अन्य छात्रों ने घायल को सेंट्रल अस्पताल में पांच बजे शाम को भरती कराया. करीब आधा घंटे बाद उसने दम तोड़ दिया. इसके बाद छात्र उग्र हो गये.

गैरबीसीसीएल कर्मी को नहीं मिलेगी सेंट्रल में इंट्री

अस्पताल में तोड़फोड़ पर बीसीसीएल प्रबंधन ने कड़ा रुख अपनाया है. बीसीसीएल पीआरओ ( प्रबंधन) वीके खरे ने बताया कि प्रबंधन तोड़फोड़ की घटना से मर्माहत है. अब अस्पताल में बीसीसीएलकर्मियों को ही भरती किया जायेगा. गैरबीसीसीएल कर्मियों को नहीं लिया जायेगा. उन्हें किसी सरकारी अस्पताल या पीएमसीएच से रेफर करवा कर यहां आना होगा.

लापरवाही नहीं की : अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि छात्र को बचाने की काफी कोशिश की गयी. उसका खून काफी बह गया था. तोड़फोड़ से अन्य मरीजों को काफी परेशानी हुई. चिकित्सकों व स्टाफ के साथ धक्का-मुक्की की गयी .

Next Article

Exit mobile version