सीटू के आह्वान पर बुधवार को बीसीसीएल पश्चिमी झरिया क्षेत्र के महुदा समूह अंतर्गत मुरलीडीह 20/21 पिट्स कोलयरी कार्यालय के समीप बीसीकेयू ने संगठित व असंगठित मजदूरों की विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. मुख्य मांगों में सार्वजनिक उद्योगों एवं सरकारी विभागों के निजीकरण पर रोक , कोयला क्षेत्र में एमडीओ को रद्द करना, एचइसी को पुनः चालू करने की सहित कई मांगें हैं. मौके पर बीसीकेयू के संयुक्त महामंत्री मानस चटर्जी ने कहा कि पूर्व में महुदा क्षेत्र में चारों ओर हरियाली थी, परंतु आज केंद्र सरकार व बीसीसीएल प्रबंधन की गलत नीति के कारण पूरा महुदा क्षेत्र वीरान हो गया है. यहां कोयले का प्रचुर भंडार है. लेकिन, प्रबंधन की इच्छाशक्ति की कमी के कारण खदानें नहीं खुल रही हैं. अध्यक्षता अशोक दसौंधी ने की. मौके पर बीसीकेयू पीएन तिवारी, कृष्णा रजक, उदय कुमार सिंह, केदार सिंह, विजय हाजरा, प्रमोद कुमार सिंह, दुखन महतो, लालजी कुर्मी, राजू हाडी, नूर मोहम्मद, नंदू माजी आदि थे.
एमडीओ के खिलाफ संयुक्त मोर्चा का खरखरी में आंदोलन दूसरे दिन जारी
खरखरी कोलियरी में एमडीओ के खिलाफ मजदूरों ने संयुक्त मोर्चा के बैनर तले बुधवार को दूसरे दिन भी आंदोलन जारी रखा. मौके पर बीसीकेयू के केंद्रीय उपाध्यक्ष शेख रहीम ने कहा कि प्रबंधन जानबूझ कर चालू चानक को बंद दिखाकर एमडीओ के तहत निजी कंपनी को दे रहा है, जो नियम के विरुद्ध है. खरखरी कोलियरी लीज होल्ड में वर्षों से बंद पड़ी नौ खदानें हैं. बंद खदान को चालू करने की जगह चालू चानक को निजी कंपनी में देने का फैसला गलत है. मौके पर घनश्याम यादव, बड़ा बाबू तिवारी,अजय कुमार महतो, याकूब अंसारी, भवानी सेन, शेख असगर, बाबूलाल, सुखदेव राम, वासुदेव मुखर्जी, सीताराम रवानी, कुद्दुस मियां, दीपक शर्मा, भागीरथ मंडल, ठाकुर प्रसाद महतो, मो ताज, बैजनाथ धोबी आदि शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है