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छत्तीसगढ़ के शहीदों में पिंड्राजोरा का बेटा भी

नक्सली हमले के बाद महुदा गांव में मातम 0 2010 में सीआरपीएफ में बहाल हुआ था गौरी शंकर 02 बोक 46 – शहीद गौरीशंकर सिंह02 बोक 47 – पत्नी के साथ शहीद गौरी शंकर 02 बोक 48 – शहीद के घर के बाहर जमी भीड़पिंड्राजोरा. छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सोमवार को नक्सली हमले में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 2, 2014 10:02 PM

नक्सली हमले के बाद महुदा गांव में मातम 0 2010 में सीआरपीएफ में बहाल हुआ था गौरी शंकर 02 बोक 46 – शहीद गौरीशंकर सिंह02 बोक 47 – पत्नी के साथ शहीद गौरी शंकर 02 बोक 48 – शहीद के घर के बाहर जमी भीड़पिंड्राजोरा. छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सोमवार को नक्सली हमले में शहीद 14 जवानों में एक गौरी शंकर सिंह पिंड्राजोरा थाना क्षेत्र के महुदा गांव के हैं. घटना की खबर मिलते ही परिवार व पूरे गांव का माहौल पूरा मातमी हो गया. पत्नी ललिता सिंह, मां सावित्री देवी सहित अन्य परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. पत्नी ललीता देवी को परिवार के अन्य सदस्यों ने गौरीशंकर के सिर्फ जख्मी होने की बात बतायी. मंगलवार की सुबह जैसे ही अन्य सगे संबंधी घर पहुंचने लगे, वैसे ही पत्नी को कुछ अनहोनी की भनक लगी. इसके बाद शहीद की मां और पत्नी की करुण चित्कार से पूरा माहौल मातमी हो गया. शहीद गौरीशंकर का शव बुधवार को पहुंचेगा. 28 वर्षीय गौरीशंकर सिंह के पिता का नाम स्व युधिष्ठिर सिंह है. मां की हालत काफी बिगड़ने लगी, तब परिजनों ने बेहोशी की हालत में उन्हें बीजीएच में भरती कराया. गौरतलब है कि नौ माह पूर्व तीन मार्च 2014 को गौरी शंकर की शादी फुटलाही (बिजुलिया) में हुई थी. ग्रामीणों ने नक्सलियों के प्रति काफी आक्रोश देखा जा रहा था. गौरीशंकर सिंह 15 अप्रैल 2010 को सीआरपीएफ में बहाल हुए थे. इसका प्रशिक्षण तमिलनाडु के आवड़ी जीसी में हुआ. इसके बाद पहली पोस्टिंग 223वीं बाटालियन छत्तीसगढ़ में हुई.

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