संवाददाता, धनबाद, मैट्रिक की परीक्षा में इस साल जिले का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है. परीक्षा में 17 हजार 540 छात्र-छात्राएं सम्मिलित हुए थे. इसमें से 15375 उत्तीर्ण हुए, जबकि 2123 फेल हो गये. पिछले दो वर्षों की तुलना में रिजल्ट कम रहा. इस वर्ष धनबाद के 87.66 प्रतिशत विद्यार्थी सफल हुए हैं. राज्य में अन्य जिलों के प्रदर्शन के लिहाज से धनबाद 11वें स्थान पर है. जबकि 2023 में धनबाद 96.19 प्रतिशत सफल छात्रों के साथ राज्य में आठवें स्थान पर था. वहीं 2022 में धनबाद में 95.97 प्रतिशत सफल छात्रों के साथ नौवें स्थान पर था. खराब प्रदर्शन पर जिला शिक्षा पदाधिकारी सह जिला कार्यक्रम पदाधिकारी निशु कुमारी ने खेद व्यक्त किया है. दो व तीन मई को समीक्षा बैठक बुलायी है.
पर्याप्त संख्या में है गणित व विज्ञान के शिक्षक :
जिले में पर्याप्त संख्या में गणित व विज्ञान विषय के शिक्षक जिले के उच्च व प्लस टू विद्यालयों में पदस्थापित है. इसके बाद भी विषयों में छात्र-छात्राओं का प्रदर्शन सबसे खराब रहा है.समीक्षा बैठक होगी :
दो व तीन मई को समीक्षा बैठक होगी. इसमें सभी प्रधानाध्यापक तथा संबंधित शिक्षकों को बुलाया गया है. गणित व विज्ञान विषय में छात्र-छात्राओं की रुचि को बढ़ाने तथा अधिगम क्षमता को विकसित करने के लिए बेहतर कार्य योजना तैयार करेंगे. साथ ही उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को भविष्य में होने वाले परीक्षा के लिए तैयार करना है. इसकी कार्ययोजना बनायी जायेगी. इसके लिए टेलीफोन एक्सचेंज रोड स्थित एसएसएलएनटी मुख्यमंत्री उत्कृष्ट बालिका प्लस टू विद्यालय में बैठक बुलायी गयी है.गणित व विज्ञान में अधिकांश छात्र-छात्राएं फेल :
जिले के 120 विद्यालयों में नामांकित छात्र-छात्राओं की संख्या 18416 थी. इसमें से 17540 छात्र-छात्राएं परीक्षा में शामिल हुए थे. इसमें से 15375 को सफलता मिली है. लेकिन जो असफल रहे है उसमें सबसे अधिक संख्या गणित व विज्ञान की है. गणित में 1441 फेल हुए है, विज्ञान में 1508, सामाजिक विज्ञान में 692, अंग्रेजी में 237, हिन्दी में 117, संस्कृत में 51, उर्दू में चार, बंगला में एक, अन्य विषयों में नौ छात्र-छात्राएं विफल घोषित हुए है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है