टेक्नोट्रॉनिक लिट्रेसी के प्रति जागरूकता जरूरी

धनबाद : स्कूली दौर से ही छात्र-छात्राओं को टेक्नोट्रॉनिक लिट्रेसी के प्रति जागरूक करना जरूरी है. यह समय की भी मांग है. आम जरूरत के लिए भी यह जरूरी हो गयी है. अगर इस बात को नजरअंदाज करेंगे तो बदलते दौर में आप पीछे छूट जायेंगे. ये बातें गुरुनानक कॉलेज के प्राचार्य प्रो पी शेखर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 5, 2014 8:21 AM

धनबाद : स्कूली दौर से ही छात्र-छात्राओं को टेक्नोट्रॉनिक लिट्रेसी के प्रति जागरूक करना जरूरी है. यह समय की भी मांग है. आम जरूरत के लिए भी यह जरूरी हो गयी है. अगर इस बात को नजरअंदाज करेंगे तो बदलते दौर में आप पीछे छूट जायेंगे. ये बातें गुरुनानक कॉलेज के प्राचार्य प्रो पी शेखर ने कही. वह कॉलेज में वोकेशनल स्टडी विभाग की ओर से टेक्नोट्रॉनिक लिट्रेसी : ब्रिजिंग दि डिजिटल डिवाइड विषय पर आयोजित सेमिनार को संबोधित कर रहे थे. इसके पूर्व प्रो शेखर ने सेमिनार का उद्घाटन किया.

स्वागत भाषण में डॉ संजय प्रसाद ने बताया कि कंप्यूटर व इंटरनेट के इस युग में हर काम ऑनलाइन हो रहा है. आज तकनीकी लिट्रेसी के बिना कुछ भी संभव नहीं. सेमिनार के तकनीकी सत्र में तीन शिक्षक तथा डिग्री-वन व डिग्री-थ्री के चौबीस स्टूडेंट्स ने छह प्रजेंटेशन दिया. शिक्षकों में प्रजेंटेशन पेश करने वालों प्रो उदय कुमार सिन्हा, प्रो रमेश शर्मा व प्रो अमरदीप गोराईं शामिल थे. अंत में धन्यवाद ज्ञापन प्रो. पुष्पा तिवारी ने किया.

Next Article

Exit mobile version