धनबाद : मां की ममता चीत्कार कर रही है. वह नहीं जानती थी कि उसका पति सादे कागज पर साइन करवा कर उसकी आठ माह की बच्ची को बेच देगा. सैंतीस दिन से यह मां अपनी बच्ची को पाने के लिए तड़प रही है.
न्याय मांगने के लिए शनिवार को वह महिला थाना पहुंची. पुलिस को दिये आवेदन में अनिता देवी ने बताया है कि उसका नैहरा झरिया में है. उसके पिता स्वर्गीय अशोक सिंह ने 2007 में उसका विवाह कार्मिक नगर बापू नगर निवासी बजरंगी सिंह के पुत्र राम कुमार सिंह के साथ किया था. छह साल के वैवाहिक संबंध में उसे चार बच्चे हुए.
तीन बेटियां एक बेटा. आठ माह पहले उसने जुड़वां बच्चियों को जन्म दिया था. अच्छी तरह देखभाल नहीं होने से एक बेटी को नैहर भेज दिया. उसका पति गाड़ी चलाता है. 30 मई को उसने सादे कागज पर यह कह कर हस्ताक्षर करवा लिया कि दो कट्ठा जमीन खरीदनी है. मैंने साइन कर दिया.
पर उसने राजगंज के शिबू महतो को पंद्रह हजार रुपये में बेटी को बेच दिया. मुझे मेरी बच्ची वापिस चाहिए. मैं अपने भाई के साथ बच्ची को पाने के लिए राजगंज गयी थी. मेरा भाई पंद्रह हजार देने को तैयार है. लेकिन शिबू उसकी बच्ची को लौटाने से इनकार कर रहा है.