बच्चों में डालें संस्कार : स्वामी मृत्युंजय
ठाकुरकुल्ही में भागवत कथा का तीसरा दिन धनबाद. श्रीश्री सार्वजनिक पूजा समिति ठाकुर कुल्ही द्वारा शिव मंदिर के पास सात दिवसीय भागवत कथा का आ़योजन किया गया है. कथा के तीसरे दिन गुरुवार को वृंदावन से पधारे पंडित मृत्युंजय महाराज ने व्यास गद्दी से कहा भागवत श्रवण करने से जीवन आनंदमय हो जाता है. जो […]
ठाकुरकुल्ही में भागवत कथा का तीसरा दिन धनबाद. श्रीश्री सार्वजनिक पूजा समिति ठाकुर कुल्ही द्वारा शिव मंदिर के पास सात दिवसीय भागवत कथा का आ़योजन किया गया है. कथा के तीसरे दिन गुरुवार को वृंदावन से पधारे पंडित मृत्युंजय महाराज ने व्यास गद्दी से कहा भागवत श्रवण करने से जीवन आनंदमय हो जाता है. जो लोग सुखी हैं जरूरी है उन्हें शांति नसीब हो. भगवान श्री कृष्ण के चरण शरण का आश्रय ग्रहण करने से जीव में निश्चिंतता की प्राप्ति होती है. प्रेम भाव से भगवान को सहज प्राप्त किया जा सकता है. देवता फल नहीं देते. हमारी सच्ची श्रद्धा से फल की प्राप्ति होती है. भगवान भाव के भूखे होते हैं. आगे उन्होंने कहा माता-पिता का धर्म है बच्चों में संस्कार डालें. जितने साधन पकड़ोगे तनाव में रहोगे, कम साधन रखोगे तनावमुक्त रहोगे. अपने बच्चों के लिए कमा कर धन मत रखना. बच्चों में संस्कार डालना, उन्हें परिश्रमी बनाना.