हस्तांतरण की प्रक्रिया लगभग पूरी, केवी नंबर दो को मिली भूमि
धनबाद: सरायढेला स्थित केंद्रीय विद्यालय नंबर दो के अभिभावकों की परेशानी के दिन अब लद जायेंगे. नये साल में उन्हें तोहफा मिल सकता है. विद्यालय का समंजन न तो किसी दूसरे संस्थान में होगा और न ही यह बंद होगा. स्कूल के भूमि हस्तांतरण का काम लगभग पूरा हो गया है. नये शैक्षणिक सत्र से […]
धनबाद: सरायढेला स्थित केंद्रीय विद्यालय नंबर दो के अभिभावकों की परेशानी के दिन अब लद जायेंगे. नये साल में उन्हें तोहफा मिल सकता है. विद्यालय का समंजन न तो किसी दूसरे संस्थान में होगा और न ही यह बंद होगा. स्कूल के भूमि हस्तांतरण का काम लगभग पूरा हो गया है. नये शैक्षणिक सत्र से विद्यालय भवन का निर्माण शुरू हो जायेगा. यह जानकारी स्कूल की प्रभारी प्राचार्य मंजू शर्मा ने एक बातचीत में सोमवार को दी.
भूमि पूजन का इंतजार : उन्होंने बताया कि भूमि हस्तांतरण समेत अन्य मामले आखिरी पड़ाव में है. संगठन को संबंधित दस्तावेज भेज दिये गये हैं. अब स्कूल परिवार को भूमि पूजन का इंतजार है. संगठन के दिल्ली कार्यालय से जल्द ही संबंधित पत्र भी आ जायेगा. कहा : जिला प्रशासन से पूरा सहयोग मिला और अभिभावकों ने लंबी लड़ाई लड़ी. स्कूल प्रबंधन ने साबलपुर में संबंधित भूमि पर स्कूल का बोर्ड लगाने का आदेश भी दे दिया है. यहां स्कूल के लिए पांच एकड़ भूमि चिह्न्ति की गयी थी.
बढ़ेगा स्ट्रेंथ
नये परिसर में स्कूल भवन के अलावा, शिक्षकों एवं कर्मी के आवास, चहारदीवारी, बिजली, 24 घंटे पानी की सुविधा मिलेगी. हर कक्षा के दो से तीन सेक्शन होंगे. इससे स्कूल का स्ट्रेंथ बढ़ेगा. इस तरह अधिक छात्रों का नामांकन संभव होगा. स्कूल में फिलहाल 376 छात्र-छात्रएं हैं एवं पढ़ाई दसवीं कक्षा तक की होती है. स्कूल भवन बनने के बाद बारहवीं कक्षा तक की पढ़ाई का रास्ता साफ हो जायेगा. शिक्षकों ने बताया कि स्कूल में विज्ञान, वाणिज्य एवं कला तीनों संकाय की पढ़ाई की संभावना है.
अड़चनें दूर
संबंधित भूमि से मुख्य सड़क की दूरी करीब डेढ़ किलोमीटर है. भवन बनने के बाद पक्की सड़क बना दी जायेगी. बिजली को लेकर विभाग ने 300 मीटर की दूरी होने की बात पर आसानी से बिजली मुहैया कराने पर हामी भर दी है. पानी के लिए डीप बोरिंग होगी. सीपीडब्ल्यूडी को क्षेत्रीय कार्यालय ने पत्र भेज दिया है.
मिलेंगे नये प्राचार्य
स्कूल में पूर्णकालीन प्राचार्य नहीं होने से कई जरूरी कार्य लंबित हैं. स्कूल को नये साल में नये पूर्णकालीन प्राचार्य भी मिलने की उम्मीद है. फरवरी-मार्च महीने तक नये प्राचार्य योगदान दे सकते हैं. फिलहाल स्कूल संचालन प्रभारी प्राचार्य कर रही हैं.