सफलता के लिए अध्यात्म जरूरी : हरिनारायणानंद
धनबाद: भगवान ने हमें मानव जीवन बहुमूल्य उपहार के रूप में दिया है. मनुष्य को सभी प्राणियों में श्रेष्ठ इसलिए माना जाता है क्यों उसमें विवेक है. जानवरों में यह नहीं मिलता. फिर क्यों न हम इसका लाभ उठाएं. इस जीवन की भौतिक सफलता के लिए अध्यात्म जरूरी है. यह कहना है भारत सेवक समाज […]
धनबाद: भगवान ने हमें मानव जीवन बहुमूल्य उपहार के रूप में दिया है. मनुष्य को सभी प्राणियों में श्रेष्ठ इसलिए माना जाता है क्यों उसमें विवेक है. जानवरों में यह नहीं मिलता. फिर क्यों न हम इसका लाभ उठाएं. इस जीवन की भौतिक सफलता के लिए अध्यात्म जरूरी है.
यह कहना है भारत सेवक समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा साधु समाज के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी हरिनारायणानंद जी का. वह सोमवार को बीएसएस महिला कॉलेज में छात्रओं व शिक्षकों के बीच बोल रहे थे.
अध्यात्म से बचेगा संस्कार : गिरती शिक्षण पद्धति व संस्कृति पर दुख व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि वेश भूषा में नंगापन व फूहड़ता हटानी होगी. शिक्षा पद्धति में गुणवत्ता बढ़ानी होगी तभी फायदे दिखेंगे. माता-पिता व गुरुजन के प्रति सम्मान खत्म हो गया है, जबकि हमारा धर्म मातृ देवो भव, पितृ देवो भव तथा आचार्य देवो भव का है. इसे अध्यात्म के जरिये ही बचाया जा सकता है.
धर्म से ही शांति : स्वामी जी ने साधु के वेश में व्यापारी व ढोंगी पर चर्चा करते हुए उनसे सजग रहने की भी सलाह दी. उन्होंने बताया कि धर्म-कर्म के बिना जिंदगी का कोई मतलब नहीं. धर्म से ही शांति मिलेगी और सफल कर्म से जीवन को सार्थक होगा. प्रवचन के समय कांग्रेस विधायक तथा बीएसएस महिला कॉलेज के अध्यक्ष मन्नान मल्लिक तथा नवल किशोर प्रसाद सिंह भी उपस्थित थे तथा पूरा हॉल छात्रओं से खचाखच भरा था.