मुल्क के वफादार हैं मुसलमान

धनबाद: जमायत उलमा -ए – हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना सैयद अरशद मदनी ने कहा कि मुसलमान मुल्क के वफादार हैं, गद्दार नहीं. उन्हें झूठे मामलों में फंसाया जा रहा है. लोग बेशक मसजिद, मंदिर, गुरुद्वारा, चर्च जायें लेकिन धर्म और मजहब से ऊपर उठ कर लोगों से प्यार जरूर करें, भाईचारा जरूर बढ़ायें. वह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:32 PM

धनबाद: जमायत उलमा -ए – हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना सैयद अरशद मदनी ने कहा कि मुसलमान मुल्क के वफादार हैं, गद्दार नहीं. उन्हें झूठे मामलों में फंसाया जा रहा है. लोग बेशक मसजिद, मंदिर, गुरुद्वारा, चर्च जायें लेकिन धर्म और मजहब से ऊपर उठ कर लोगों से प्यार जरूर करें, भाईचारा जरूर बढ़ायें.

वह गुरुवार को न्यू टाउन हॉल में जमायत उलमा झारखंड की ओर से आयोजित डेलीगेट कांफ्रेंस में बोल रहे थे. इसमें दूसरे प्रदेशों के नुमाइंदों ने भी शिरकत की. मौलाना मदनी ने कहा कि आरएसएस, बजरंग दल, शिव सेना और भाजपा का मुसलमानों के प्रति नजरिया ठीक नहीं. हमारा संगठन किसी राजनीतिक पार्टी से ताल्लुक नहीं रखता. जो भी सेकुलर पार्टियां अवाम के लिए काम करेगी, उसके लिए तालियां बजायेंगे.

और जो लोग मुसलमान को वफादार नहीं मानते, उन्हें समझाने का काम करेंगे. उन्होंने अपने डेढ़ घंटे के वक्तव्य में गैर सेकुलर पार्टियों की खिंचाई करते हुए कहा कि ऐसे लोग पहले दंगा करवाते थे. अब उन्होंने दूसरा रास्ता अख्तियार कर लिया है. मुसलमान नवयुवकों को गद्दार करार करके उन्हें जेल में बंद करवा रहे हैं.

कार्यकारी अध्यक्ष सैयद अशजद मदनी ने कहा कि कौमें वतन से बनती है, मजहब से नहीं. आजादी के पहले से ही उनकी संस्था देश हित में काम कर रही है और आगे भी करेगी. संस्था बेकसूर लोगों का बचाने के लिए 300 मुकदमें सुप्रीम कोर्ट में लड़ रही है. देश में अमन-चैन के लिए यह संस्था काम करती रहेगी. इसका किसी भी सियासी दल से कोई संबंध नहीं है.

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