काम करने के लिए आर्थिक संपन्नता जरूरी नहीं : आनंद महतो

श्रीनिवास पानुरी की याद में श्रद्धांजलि सभा व कवि गोष्ठीबरवाअड्डा़ खोरठा के आदि कवि स्वर्गीय श्रीनिवास पानुरी की 94वीं जयंती बरवाअड्डा में गुरुवार को मनायी गयी़ इस अवसर पर श्रद्धांजलि सभा एवं कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया़ समारोह के मुख्य अतिथि पूर्व विधायक आनंद महतो ने कहा कि खोरठा भाषा झारखंड के पूरे समुदाय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 25, 2014 9:04 PM

श्रीनिवास पानुरी की याद में श्रद्धांजलि सभा व कवि गोष्ठीबरवाअड्डा़ खोरठा के आदि कवि स्वर्गीय श्रीनिवास पानुरी की 94वीं जयंती बरवाअड्डा में गुरुवार को मनायी गयी़ इस अवसर पर श्रद्धांजलि सभा एवं कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया़ समारोह के मुख्य अतिथि पूर्व विधायक आनंद महतो ने कहा कि खोरठा भाषा झारखंड के पूरे समुदाय को एक धागे में जोड़ती है़ साहित्य अगर मजबूत होता है तो संबंधित क्षेत्र का नाम होता है. स्व पानुरीजी क्षेत्र के लिए ऊर्जा के वाहक थे, जिन्होंने क्षेत्र का नाम रोशन किया़ उन्होंने कहा कि काम करने के लिए आर्थिक संपन्नता जरूरी नहीं होती, जिसे पानुरी ने साबित कर दिखाया था़ उनके दिखाये रास्ते पर चलना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी. कार्यक्रम के दौरान खोरठा कवि इम्तियाज गदर द्वारा लिखित पुस्तक बेचारा मास्टर और बहादुर पांडेय उर्फ झिंगफुलिया द्वारा लिखित जुधेक बाजा उपन्यास का विमोचन किया गया़ अध्यक्षता मनमोहन पाठक एवं संचालन अधिवक्ता जयप्रकाश दसौंधी ने किया़ मौके पर मौजूद कवियों ने कविता पाठ भी किया. मौके पर जयप्रकाश चौरसिया, बहादुर पांडेय, महेंद्र प्रबुद्ध, आनंद चौरसिया, अर्जुन पानुरी, पंसस गणेश प्रसाद चौरसिया, सुलेमान अंसारी आदि ने अपने विचार रखे. मौके पर मदन महतो, राजेश महतो, सुशील चौरसिया, दिनेश चौरसिया, मुखिया साधु हाजरा, वकील महतो, सुनील शर्मा समेत दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे़

Next Article

Exit mobile version