मुख्य संवाददाता, धनबाद,
नगर निगम ने मंगलवार को वर्ष 2024-25 के लिए 565 करोड़ रुपये का बजट पारित किया, जो पिछले साल के मुकाबले 73 करोड़ रुपये अधिक है. पिछले वित्त वर्ष में नगर निगम का बजट 492 करोड़ रुपये था. नगर आयुक्त रवि राज शर्मा ने बजट पेश करते हुए कहा कि नगर निगम विकास कार्य का 25 प्रतिशत यानी 71.46 करोड़ रुपये शहर के पिछड़े इलाकों में खर्च करेगा. रोड व नाली पर विशेष फोकस रहेगा. इसके लिए 90 करोड़ का बजट तैयार है. क्लिनिंग वाहन की खरीद पर 25 करोड़ का बजट है. इसे पारित कर अनुमोदन के लिए सरकार के पास भेज दिया गया है. निगम ने विभिन्न मदों से 284.53 करोड़ का आय का लक्ष्य रखा है.पिछले साल 492 करोड़ का था बजट, खर्च हुए मात्र 200 करोड़ :
नगर निगम जितना का बजट तैयार करता है, उतना खर्च नहीं हो पाता है. पिछले वर्ष नगर निगम का 492 करोड़ का बजट था. इसमें मात्र 200 करोड़ रुपये ही नगर निगम खर्च कर पाया. नगर निगम के मुताबिक पिछले साल बजट पास कर सरकार के पास भेजा गया था. सरकार की ओर से जितनी राशि आवंटित की गयी, उसका 40 से 45 प्रतिशत खर्च हुआ.अरबन पुअर क्षेत्र के विकास के लिए 71.46 करोड़ का प्रावधान :
अरबन पुअर के लिए नगर निगम ने अलग से बजट तैयार किया है. नगर निगम क्षेत्र के विकास पर जितनी राशि खर्च करेगा उसका 25 प्रतिशत यानी 71.46 करोड़ रुपया अरबन पुअर क्षेत्र के विकास पर खर्च करेगा. मसलन सड़क, नाली, स्ट्रीट लाइट, चापाकल आदि पर फोकस होगा.मोहल्लों में एलइडी लाइट से रोशन करने की योजना :
नगर निगम ने अपने बजट में गली-मोहल्लों में एलइडी लाइट से रोशन करने की योजना तैयार की है. इसके लिए 7.5 करोड़ का बजट है. मुख्य सड़कों के अलावा गली-मुहल्लों में भी एलइडी लाइट का प्रावधान रखा गया है.सड़क- नाली निर्माण के लिए 90 करोड़ का बजट :
सड़क-नाली निर्माण के लिए 90 करोड़ का बजट तैयार किया गया. रोड के लिए 65 व नाली के लिए 25 करोड़ का बजट का प्रावधान रखा गया है. वैसे क्षेत्र जहां नयी-नयी कॉलोनी बनी है, उसके लिए रोड व नाली के लिए विशेष रूप से फोकस किया जायेगा. बैंकमोड़ की बिल्डिंग बनी नहीं, छह करोड़ का तैयार कर लिया गया बजट : बैंकमोड़ में नगर निगम की पुराने बिल्डिंग को तोड़ कर मल्टीस्टोरी पार्किंग सह शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बनाया जा रहा है. बिल्डिंग बनी नहीं और नगर निगम ने छह करोड़ के राजस्व का बजट तैयार कर लिया है. बैंकमोड़ बिल्डिंग को पूरा होने में दो से तीन माह का समय लगेगा. इसके बाद हैंड ओवर की प्रक्रिया होगी. इसके बाद दुकान आवंटन की प्रक्रिया होगी.विभिन्न सेक्टर से आय का स्रोत
राजस्व सेक्टर बजटहोल्डिंग : 70 करोड़ वाटर टैक्स 15 करोड़यूजर चार्ज 11 करोड़
पानी कनेक्शन 04 करोड़ट्रेड लाइसेंस 1.5 करोड़
बैंकमोड़ बिल्डिंग 06 करोड़पार्किंग 03 करोड़
मैरेज हॉल 01 करोड़दुकान किराया 03 करोड़
होर्डिंग्स 04 करोड़पार्क 02 करोड़
सरकार से आवंटन
अमृत 2.0 योजना 10 करोड़पीएमएवाइ 10 करोड़
एसबीएम 01 करोड़एनयूएलएम 01 करोड़
15 वें वित्त आयोग 200 करोड़शहरी परिवहन 70 करोड़
नागरिक सुविधा 75 करोड़साफ-सफाई 06 करोड़
सिटी बस सेवा 20 करोड़निगम बिल्डिंग 30 करोड़
खर्च का प्राक्कलन
वेतन मद : 40 करोड़
पेंशन-रिटायर्ड बेनीफिट : 15 करोड़एडमिस्ट्रेशन एक्सपेंसेज : 7.12 करोड़
ऑपरेशन एंड मेंटेनेंस : 37.91 करोड़सीएंडडी प्लांट : 07 करोड़
पार्क- प्ले ग्राउंड 18 करोड़रोड 65 करोड़
नाली 25 करोड़चापाकल 1.5 करोड़
स्ट्रीट लाइट 7.50 करोड़क्लिनिंग वाहन खरीद 25 करोड़
फर्नीचर 10 करोड़जलापूर्ति 10 करोड़
अरबन पुअर क्षेत्र 71.46 करोड़डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है