एमडीएम मुक्ति चाहते हैं शिक्षक, करेंगे आंदोलन
धनबाद: मध्याह्न् भोजन (एमडीएम) के संचालन में जब मुख्य रूप से स्कूल अध्यक्ष, संयोजिका व माता समिति की भूमिका होती है. बावजूद इसके प्राथमिक शिक्षकों को इसका कोपभाजन बनना पड़ता है. इसलिए शिक्षकों को अविलंब मध्याह्न् भोजन से मुक्त किया जाये. यह बात शिक्षक संगठनों के प्रतिनिधियों ने गुरुवार को मिश्रित भवन में हुई प्राथमिक […]
धनबाद: मध्याह्न् भोजन (एमडीएम) के संचालन में जब मुख्य रूप से स्कूल अध्यक्ष, संयोजिका व माता समिति की भूमिका होती है. बावजूद इसके प्राथमिक शिक्षकों को इसका कोपभाजन बनना पड़ता है. इसलिए शिक्षकों को अविलंब मध्याह्न् भोजन से मुक्त किया जाये. यह बात शिक्षक संगठनों के प्रतिनिधियों ने गुरुवार को मिश्रित भवन में हुई प्राथमिक शिक्षक मोरचा की बैठक में कही. उन्होंने गलत तरीके से अधिक मात्र में चावल का स्टॉक में रहने के आधार पर दो शिक्षकों पर हुई प्राथमिकी को अविलंब वापस लेने की मांग की. मामले में सरकारी शिक्षक, शिक्षा मित्र व पारा शिक्षक के सभी संगठन एकजुट होकर हल्ला बोल करने की तैयारी कर ली है.
शिक्षकों ने कहा है कि अगर शिक्षक सिर्फ अनुश्रवण करते हैं तो अनुश्रवण के लिए मुख्य तौर पर जवाबदेह बीइइओ, एरिया ऑफिसर व डीएसइ पर प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए. शिक्षकों ने यह भी कहा कि संपूर्ण शिक्षक समाज आये दिन विभागीय एवं प्रशासनिक स्तर की कारगुजारियों से त्रस्त हैं. अध्यक्षता नीलकंठ मंडल समेत सभी संगठन अध्यक्षों ने की. बैठक को सुनील भगत, आदित्य प्रसाद मिर्धा, शरीफ रजा, जाहिद अंसारी, अश्विनी कुमार सिंह आदि ने संबोधित किया.
20 को महारैली : बैठक में तय हुआ कि 20 जुलाई को महारैली होगी. इसके लिए जिले के सभी प्राथमिक शिक्षक शनिवार को मिश्रित भवन परिसर में 12 बजे जुटेंगे. इसके बाद महारैली की शक्ल में हजारों शिक्षक रणधीर वर्मा चौक होते हुए उपायुक्त कार्यालय जायेंगे. जहां उपायुक्त से तीन बिंदुओं पर मार्गदर्शन मांगा जायेगा. सभी संगठन के प्रतिनिधियों ने शिक्षकों से बड़ी संख्या में इस रैली में शामिल होने की अपील की.