केरलवासी सामूहिक रूप से मनाते हैं संक्रांति

धनबाद. कोयलांचल में पचास केरेलियन परिवार बसता है. 14 जनवरी को केरला में संक्रांति की धूम रहती है. केरेलियन इस दिन अयप्पा स्वामी की अहले सुबह पूजा अर्चना करते हैं. संक्राति में केरालवासी केरला को बहुत मिस करते हैं. इस लिए इस दिन सभी अयप्पा मंदिर जगजीवन नगर में एकत्रित होते हैं. अयप्पा स्वामी की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 13, 2015 1:02 AM

धनबाद. कोयलांचल में पचास केरेलियन परिवार बसता है. 14 जनवरी को केरला में संक्रांति की धूम रहती है. केरेलियन इस दिन अयप्पा स्वामी की अहले सुबह पूजा अर्चना करते हैं. संक्राति में केरालवासी केरला को बहुत मिस करते हैं. इस लिए इस दिन सभी अयप्पा मंदिर जगजीवन नगर में एकत्रित होते हैं. अयप्पा स्वामी की पूजा करते हैं. महा आरती के बाद सभी सामूहिक रूप से अपना पारंपरिक भोजन करते हैं. चावल अवियल, तोरल, इंजीकरी, पचरी, पायस केले के पत्ते में एक साथ खाते हैं. अयप्पा पूजा कमेटी धनबाद के उपाध्यक्ष टी मुरलीधरन कहते हैं केरला में पहाड़ पर अयप्पा स्वामी का मंदिर है. 14 जनवरी को मंदिर में अपने आप दीप जलते हैं. जिसे देखने के लिए दूर दूर से लोग आते हैं. कविता नायर, प्रसन्ना, विजय कुमार, शैला, रधुनाथ, उदयभानु, सोमा देवी कहती है संक्रांति का हमें बेसब्री से इंतजार रहता है क्योंकि इस दिन सभी का मिलना हो जाता है. अपने पारंपरिक भोजन का आनंद सामूहिक रूप से लेते हैं. केरला को बहुत मिस करते हैं. इस दिन सभी के घर में केरला का पारंपरिक भोजन पकता है. पायस, इंजीकरी, पचरी, अवियल जरूर बनाते हैं. सुबह अयप्पा मंदिर में पूजा अर्चना होती है. संध्या में अयप्पा स्वामी को सजे रथ में बिठा कर नगर भ्रमण कराया जाता है. मंदिर की सीढि़यों पर कपूर जलाकर रोशनी की जाती है. दिवा आरती होती है. सब मिलकर अयप्परा स्वामी से समृद्धि और परिवार की खुशहाली मांगते हैं.कब कौन त्योहार13 जनवरी को लोहिड़ी14 जनवरी को पोंगल, संक्रांति, टुसू

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