स्नातक में सेमेस्टर पर कॉलेजों में होगा वर्कशॉप
धनबाद. मौजूदा मैन पावर व संसाधन में स्नातक में सेमेस्टर लागू करने से उत्पन्न असंतोष को दूर करने के लिए हर कॉलेजों में वर्कशॉप आयोजित किये जायेंगे. इसमें शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मियों को बताया जायेगा कि इसके लिए विवि की तैयारी क्या है. नयी प्रक्रिया में काम करने का तरीका क्या होगा. ये सारी बातें […]
धनबाद. मौजूदा मैन पावर व संसाधन में स्नातक में सेमेस्टर लागू करने से उत्पन्न असंतोष को दूर करने के लिए हर कॉलेजों में वर्कशॉप आयोजित किये जायेंगे. इसमें शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मियों को बताया जायेगा कि इसके लिए विवि की तैयारी क्या है. नयी प्रक्रिया में काम करने का तरीका क्या होगा. ये सारी बातें प्राचार्यों को विवि में बतायी जा चुकी हैं. कोर्स की जानकारी साइट पर : 2015-16 से लागू सेमेस्टर सिस्टम के लिए कोर्स की सारी जानकारी विवि की वेबसाइट पर कई दिन पहले जारी हो चुकी है. समाधान का मुख्य फोकस : सेमेस्टर में दो इंटरनल परीक्षा व क्लास की बाध्यता पर समाधान का फोकस होगा. सीट का निर्धारण तथा जरूरी मैन पावर अर्हता के अनुरूप रखने की इजाजत. कॉलेज अपनी जरूरत के अनुरूप विवि की गाइड लाइन के आलोक में टीचर रख सकते हैं. जरूरी संसाधन कॉलेजों को विवि द्वारा उपलब्ध कराया जायेगा. डिस्टेंस एजुकेशन शुरू होने पर लोड और कम होगा.टीचर व नन टीचिंग का भी लिया जायेगा पक्ष : कॉलेज में वर्कशॉप के बाद टीचर व नन टीचिंग की राय भी ली जायेगी. लागू होना है तो देरी क्यों : कुलपति कुलपति डॉ गुरदीप सिंह ने बताया कि कोई भी नयी प्रक्रिया शुरू करने में परेशानी होती है. खास कर जब मैन पावर व संसाधन का अभाव हो. लेकिन यूजीसी ने इसे जरूरी कर दिया है इसलिए हर हाल में जब अपनाना ही है तो बाद में क्यों, अभी क्यों नहीं.