भाटडीह ओपी में आत्मसमर्पण की चर्चा
-कुमारडीह कचर्रा महुदा के ग्रामीणों ने दिखाया कानून के प्रति सम्मान-ग्रामीणों ने कहा : दबाव में अरशद ने किया समर्पण-पुस्तैनी घर में लेने आया था शरण-गांववालों ने सामाजिक बहिष्कार की दी थी चेतावनी महुदा. आरोपित अरशद बुधवार की रात 11.30 बजे अपने पुस्तैनी गांव कुमारडीह (कचर्रा महुदा) पहुंचा था. ग्रामीणों की मानें तो उनके दबाव […]
-कुमारडीह कचर्रा महुदा के ग्रामीणों ने दिखाया कानून के प्रति सम्मान-ग्रामीणों ने कहा : दबाव में अरशद ने किया समर्पण-पुस्तैनी घर में लेने आया था शरण-गांववालों ने सामाजिक बहिष्कार की दी थी चेतावनी महुदा. आरोपित अरशद बुधवार की रात 11.30 बजे अपने पुस्तैनी गांव कुमारडीह (कचर्रा महुदा) पहुंचा था. ग्रामीणों की मानें तो उनके दबाव पर देर रात 12 बजे भाटडीह ओपी में उसने आत्मसमर्पण किया. गांव के एक सामाजिक कार्यकर्ता ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि आरोपित रात में लगभग 11.30 बजे शरण लेने आया था. गांव वालों ने उसे स्पष्ट कह दिया कि ग्रामीण कानून के साथ हैं और वह अपने आपको पुलिस के हवाले कर दे, नहीं तो उसके परिवार को कभी भी गांव में कदम रखने नहीं रखने देंगे. तोपचांची पुलिस बोकारो ले गयीबाद में महुदा इंस्पेक्टर शमीम अहमद खान भाटडीह पहुंचे और अरशद को महुदा थाने ले आये. आज सुबह आठ बजे तोपचांची पुलिस महुदा पहुंची और अरशद को लेकर सेक्टर 9, बोकारो गयी. वहां उसके चाचा व अन्य लोग रहते हैं. पुलिस को जानकारी मिली थी कि आरोपित के मां-बाप ने वहीं शरण ली है. परंतु पुलिस के पहुंचने से पहले वे लोग निकल चुके थे. फिलहाल आरोपित को मधुबन थाना में रख पूछताछ चल रही है.