कतरासगढ़ आरपीएफ पोस्ट पर ग्रामीणों का हमला, तोड़फोड़

कतरास: बैटरी चोरी के आरोप में पकड़ाये लकड़का के अधेड़ बीतन साव की कथित पिटाई के विरोध में शनिवार की देर शाम स्थानीय ग्रामीणों ने करासगढ़ स्टेशन के आरपीएफ पोस्ट पर हमला बोल दिया. इस दौरान पत्थरबाजी की. इससे एक बाइक व कई कुरसियां क्षतिग्रस्त हो गयी. भय से जवानों ने पोस्ट के दरवाजे को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 18, 2015 8:40 AM
कतरास: बैटरी चोरी के आरोप में पकड़ाये लकड़का के अधेड़ बीतन साव की कथित पिटाई के विरोध में शनिवार की देर शाम स्थानीय ग्रामीणों ने करासगढ़ स्टेशन के आरपीएफ पोस्ट पर हमला बोल दिया. इस दौरान पत्थरबाजी की. इससे एक बाइक व कई कुरसियां क्षतिग्रस्त हो गयी.

भय से जवानों ने पोस्ट के दरवाजे को बंद कर दिया. उग्र लोगों ने दरवाजा तोड़ दिया. वहां मौजूद लोगों के साथ मारपीट भी की गयी. पोस्ट पर प्रधान आरक्षी एके यादव, एसके पांडे, आरएस राम मौजूद थे. वे इधर-उधर भागने लगे. निकट के जीआरपी व कतरास पुलिस के पहुंचने पर ग्रामीण वहां से निकल गये. घटना को लेकर कतरासगढ़ स्टेशन में अफरा-तफरी मच गयी. यात्री स्टेशन से बाहर निकलने लगे. इसी क्रम में धनबाद-मूरी (डीसी) ट्रेन पहुंच गयी. यात्री धड़ाधड़ ट्रेन में सवार होने लगे.

यह है मामला : कतरासगढ़ स्टेशन के लकड़का पुल के पास स्थित केबिन में बैटरी चोरी हो गयी है. इसी आलोक में आरपीएफ के इंस्पेक्टर बीएन मिश्र दल-बल के साथ शनिवार की सुबह जांच करने पहुंचे. इस क्रम में लकड़का चार नंबर निवासी बीतन साव व फुचू को पकड़ लिया गया. फुचू को आरपीएफ पुलिस धनबाद अपने साथ ले गयी. जबकि बीतन को छोड़ दिया गया. बीतन ने आरोप लगाया कि आरपीएफ ने उसे जम कर पिटाई की. संध्या समय ग्रामीण इसके विरोध में कतरास थाना पहुंचे. पुलिस ने घायल को निचितपुर स्थित नर्सिग होम भेज दिया. फिर ग्रामीण एकजुट हो गये और स्टेशन के मुख्य द्वार से अंदर प्रवेश कर आरपीएफ पोस्ट पर हमला बोल दिया. इस संबंध में आरपीएफ इंस्पेक्टर बीएन मिश्र ने बताया कि बीतन को रास्ता में ही छोड़ दिया गया था. पिटाई की बात गलत है. हमलावरों को चिन्हित कर कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
पहली बार हुआ हमला : कतरासगढ़ स्टेशन में इस तरह का हमला पहली बार हुआ है. प्रधान आरक्षी ने बताया कि अचानक 60 से अधिक लोगों ने हमला बोल दिया. कुछ समझ पाते. इससे पहले उन लोगों ने तोड़फोड़ शुरू कर दी. सभी को चेहरा से जानते हैं, मगर नाम नहीं जानते. सभी के हाथ पर लाठी-डंडे व पत्थर थे. अज्ञात पर केस दर्ज किया जायेगा. कतरास थानेदार सतीश कुमार सिन्हा ने बताया कि ग्रामीणों से लिखित आवेदन मांगा गया था. मगर वे स्टेशन चले गये.

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