धनबाद: गांधी रोड में 24 जुलाई को दुष्कर्म की शिकार नाबालिग दलित लड़की दामिनी को 29 जुलाई की रात को मुक्ति मिली. घटना के बाद से उसे लगातार महिला थाना में रखे जाने की खबर प्रभात खबर में प्रकाशित होने के बाद आज पुलिस उसे दिन में घर ले गयी.
फिर उसका मेडिकल बोर्ड कराया गया. रात को धनसार थाना में पूछताछ की गयी. मामले का आश्चर्यजनक पहलू यह है कि उम्र की जांच के लिए पीड़िता को यह सब ङोलना पड़ा. क्या यह सब उसे उसके घर में रख कर नहीं किया जा सकता था? पुलिस को आखिर किस बात का डर था? पुलिस के इस रवैये को लेकर लोगों में गुस्सा है.
उनका कहना है कि ऐसे संवेदनशील मामलों में यह रवैया लोगों को पुलिस के पास जाने के लिए निरुत्साहित करेगा. खासकर तब जब इस तरह की घटनाओं की बाढ़ आयी हुई है.