खतरे में लोगों की जिंदगी

केंदुआ: केंदुआडीह राजपूत बस्ती में 38 दिनों के अंदर भू-धंसान की दूसरी घटना से ग्रामीणों में भय व आक्रोश है. सोमवार की सुबह छह बजे बारिश के दौरान हारू सिंह के कच्चे मकान के समीप गोफ हो गया. इससे गैस रिसाव भी शुरू हो गया. अग्नि प्रभावित बस्ती में 22 जून को भी भू-धंसान हुआ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 30, 2013 9:46 AM

केंदुआ: केंदुआडीह राजपूत बस्ती में 38 दिनों के अंदर भू-धंसान की दूसरी घटना से ग्रामीणों में भय व आक्रोश है. सोमवार की सुबह छह बजे बारिश के दौरान हारू सिंह के कच्चे मकान के समीप गोफ हो गया. इससे गैस रिसाव भी शुरू हो गया. अग्नि प्रभावित बस्ती में 22 जून को भी भू-धंसान हुआ था.

खबर पाकर पहुंचे पीबी एरिया के महाप्रबंधक जेपी गुप्ता को भी ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा. जेआरडीए के प्रभारी गोपालजी भी ग्रामीणों को अपनी ही समस्या सुना लौट गए.

केंदुआडीह कोलियरी प्रबंधन ने सोमवार को ही ग्रामीणों को जेआरडीए अधिकारियों के साथ लोदना में पुनर्वासित करने को लेकर त्रिपक्षीय वार्ता के लिए आमंत्रित किया था. इधर भू-धंसान से पीड़ित परिवार दूसरे के घर में पनाह लेने को विवश हैं.

Next Article

Exit mobile version