शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) के अधीन नवनिर्मित सुपर स्पेशियलिटी बिल्डिंग में रखे उपकरणों की सुरक्षा को लेकर अस्पताल प्रबंधन चिंतित है. एसएनएमएमसीएच अस्पताल के ओपीडी, इंडोर के विभिन्न वार्ड समेत एमबीबीएस व जीएनएम स्टूडेंट्स की हॉस्टल की सुरक्षा के लिए पहले से ही होमगार्ड की कमी है. इधर, सुपर स्पेशियलिटी बिल्डिंग लगभग तैयार हो चुका है. इसमें करोड़ों रुपये के उपकरण पहुंच चुके हैं. अस्पताल प्रबंधन को इन उपकरणों के चोरी होने का डर है. इसे लेकर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य सह अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉ ज्योति रंजन प्रसाद ने स्वास्थ्य चिकित्सा, शिक्षा व परिवार कल्याण विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिखा है. अस्पताल की सुरक्षा के लिए 30 अतिरिक्त होमगार्ड की मांग की गयी है. पत्र में बताया गया है कि सुपर स्पेशियलिटी परिसर के बगल में एक बस्ती है. 24 घंटे परिसर से होकर लोगों का आना जाना रहता है. होमगार्ड की कमी के कारण परिसर में किसी की ड्यूटी नहीं रहती. इस स्थिति में सुपर स्पेशियलिटी बिल्डिंग में रखे करोड़ों के उपकरणों को बचाना एक चुनौती है.
वर्तमान में 20 जवानों से तीन शिफ्ट में लिया जा रहा काम :
वर्तमान में एसएनएमएमसीएच की सुरक्षा के लिए 20 होमगार्ड की नियुक्ति है. तीन शिफ्ट में इनसे काम लिया जा रहा है. दिन के वक्त मरीजों की भीड़ अधिक रहती है. ऐसे में आठ जवानों को सुबह की शिफ्ट में ड्यूटी पर लगायी जाती है. शेष बचे 12 जवानों से दो शिफ्ट में ड्यूटी ली जाती है. यानि, दोपहर 12 बजे से लेकर अगले दिन सुबह छह बजे तक दोनों पालियों में सिर्फ छह होमगार्ड की तैनाती होती है. इसमें किसी की तबीयत खराब हो जाये, तो संख्या और कम हो जाती है. होमगार्ड जवानों की संख्या कम होने के कारण रात के वक्त कई वार्ड में सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है