जिले में कुत्तों का आतंक : 12 दिनों में 302 लोग हुए डॉग बाइट के शिकार, इनमें से 158 बच्चे हैं
एसएनएमएमसीएच में एक से 12 जुलाई तक 708 लोगों ने ली एंटी रेबीज वैक्सीन
जिले में कुत्तों का आतंक बढ़ गया है. 12 दिनों में 302 लोगों को कुत्तों ने काटा है. इसमें से 158 बच्चे हैं. यह आंकड़ा धनबाद के सबसे बड़े अस्पताल शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) के एंटी रेबीज वैक्सीन (एआरवी) सेंटर का है. जिन बच्चों को कुत्तों ने काटा है उनकी उम्र आठ से 14 वर्ष के बीच है. आंकड़ों पर नजर डाले, तो एक से 12 जुलाई तक 780 लोग एंटी रेबीज का इंजेक्शन लेने के लिए एआरवी सेंटर पहुंचे. गुरुवार व शुक्रवार को डॉग बाइट के सर्वाधिक 28 मामले पहुंचे. इनमें आठ वर्ष से लेकर 14 वर्ष तक के बच्चे शामिल हैं, जो कुत्ते के काटने से घायल हुए.
हर दिन 65 से 70 लोग ले रहे एआरवी :
एसएनएमएमसीएच के एआरवी सेंटर के आंकड़ों के अनुसार 12 दिनों में कुल 780 मरीजों को एंटी रेबीज का इंजेक्शन दिया गया. इनमें पुराने व नये मरीज शामिल है. हर दिन औसतन डॉग बाइट के शिकार 65 से 70 मरीज एंटी रेबीज का इंजेक्शन लेने के लिए पहुंच रहे हैं.एआरवी सेंटर में पहुंची सिरिंज :
लंबे इंतजार के बाद एसएनएमएमसीएच में सिरिंज पहुंच गयी. विगत एक माह से एसएनएमएमसीएच के एआरवी सेंटर में सिरिंज खत्म हो गयी थी. ऐसे में एंटी रेबीज का इंजेक्शन लेने पहुंचे लोगों को बाहर से खुद सिरिंज खरीदनी पड़ रही थी. इसके बाद मरीजों को एंटी रेबीज का इंजेक्शन दिया जा रहा था. अस्पताल में दवा सप्लाई करने वाली एजेंसी के माध्यम से 10 हजार सिरिंज का स्टॉक भेजा गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है