तलेटी तीर्थ नगरी में विधि विधान से हुई शिला स्थापना

24 से जारी अनुष्ठानों का समापन चित्र : 34मधुबन. मधुबन के तलेटी तीर्थ में विधि विधान के साथ शिला स्थापना की गयी. यह कार्यक्रम श्वेतांबर जैनाचार्य कीर्तियश सुरीश्वर जी महाराज के निश्रा में रविवार को हर्षोल्लास के साथ हुआ. 24 जनवरी से चल रहे धार्मिक अनुष्ठान का समापन हो गया. आचार्य के आगमन के साथ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 9, 2015 9:03 PM

24 से जारी अनुष्ठानों का समापन चित्र : 34मधुबन. मधुबन के तलेटी तीर्थ में विधि विधान के साथ शिला स्थापना की गयी. यह कार्यक्रम श्वेतांबर जैनाचार्य कीर्तियश सुरीश्वर जी महाराज के निश्रा में रविवार को हर्षोल्लास के साथ हुआ. 24 जनवरी से चल रहे धार्मिक अनुष्ठान का समापन हो गया. आचार्य के आगमन के साथ महोत्सव : ज्ञात हो कि जैनाचार्य 21 मई 2014 को शिखर जी में पधारे थे. इस दौरान कई धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किये गये. 18 जनवरी को अमेरिका की फैशन डिजाइनर निशा बहन को दीक्षा दिया गया था. 24 जनवरी से मंदिर के अंजनशलाका सह प्रतिष्ठा महोत्सव मनाया गया. दो फरवरी को नूतन धर्मशाला का उद्घाटन, तीन फरवरी को प्रतिष्ठा महोत्सव, चार फरवरी को मंदिर के द्वार का उद्घाटन, छह फरवरी को भूमि पूजन, आठ फरवरी को शिला स्थापना महोत्सव कराया गया. 11 व 15 को दीक्षा महोत्सव : आचार्य श्री मार्च में यहां से विहार कर सकते हैं. उम्मीद है कि अगला चतुर्मास कोलकाता में कर वे शिखर जी आयेंगे. यह भी उम्मीद है कि 2016 का चातुर्मास पुन: इस महान तीर्थस्थल में हो सकता है. इस कारण मंदिर निर्माण जोरों पर है. आचार्य श्री द्वारा करायी गयी दीक्षा, अंजनशलाका, प्रतिष्ठा व उपधान महोत्सव ऐतिहासिक रहा. बताया गया कि 11 व 15 फरवरी को दीक्षा महोत्सव मनाया जायेगा. धनवानों की मूर्खतापूर्ण समझ : आराधना भवन में प्रवचन के दौरान आचार्य श्री ने कहा कि पैसों के दम पर मिलने वाली सराहना सही मायने में सराहना नहीं है. धनवान समझ बैठे हैं कि वह बड़ा है तो ऐसा समझना सरासर मूर्खता है. वास्तव में क्षमा, नम्रता, संतोष, उदारता, सदाचार जैसे गुण जिस व्यक्ति में हो उसे बड़ा माना जाता है.

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