रिसर्च वर्क कर सकेंगे पीजी जूलॉजी के स्टूडेंट्स
धनबाद: विभावि व उसकी अन्य इकाई से जूलॉजी में पीजी करने वाले स्टूडेंट्स के लिए एक अच्छी खबर है. प्रोजेक्ट व रिसर्च वर्क में रांची का एक इंस्टीटय़ूट स्टूडेंट्स की मदद करेगा. गौरतलब है कि पीजी जूलॉजी के सिलेबस में प्रोजेक्ट व रिसर्च वर्क भी शामिल है. विभावि ने रांची स्थित सेंट्रल तसर एंड ट्रेनिंग […]
धनबाद: विभावि व उसकी अन्य इकाई से जूलॉजी में पीजी करने वाले स्टूडेंट्स के लिए एक अच्छी खबर है. प्रोजेक्ट व रिसर्च वर्क में रांची का एक इंस्टीटय़ूट स्टूडेंट्स की मदद करेगा. गौरतलब है कि पीजी जूलॉजी के सिलेबस में प्रोजेक्ट व रिसर्च वर्क भी शामिल है.
विभावि ने रांची स्थित सेंट्रल तसर एंड ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किया है. स्टूडेंट्स को एक्सटर्नल टूर पर ले जाकर विषय से संबंधित किसी इंडस्ट्री में ट्रेनिंग दिलायी जायेगी. वर्तमान में इसके लिए विवि व कॉलेज को संबंधित इंडस्ट्री या इंस्टीट्यूट से संपर्क कर सहमति लेनी पड़ती है.
एमओयू होने से संस्थान समय देकर किसी भी समय इस ट्रेनिंग के लिए इंट्री पा सकता है. इस कदम से पीके राय के छात्रों को भी लाभ मिलेगा. वैसे इस कॉलेज के स्टूडेंट्स पिछले दो साल से प्रोजेक्ट व रिसर्च वर्क के लिए सेंट्रल तसर एंड ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट रांची जा रहे हैं.
सीआइएफआइ से करार पाइप लाइन में : सेंट्रल इनलैंड फीस एंड फिसरी बैरकपुर के साथ भी एमओयू होना है. पिछले दिनों संस्थान के एक साइंटिस्ट ने पीके राय कॉलेज में गेस्ट क्लास भी ली थी. जूलॉजी विभाग के सीनियर फैकल्टी डॉ एसके सिन्हा ने बताया कि प्रोजेक्ट व रिसर्च वर्क के लिहाज से इस प्रकार का एमओयू जरूरी हो गया है.