भू-माफियाओं का कारनामा, बेच दी निगम की 33 एकड़ जमीन

धनबाद: धनबाद नगर निगम की 33 एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा है. फरजी कागजात पर भू- माफियाओं ने निगम की जमीन बेच दी है. कुछ जमीन पर मार्केट कॉम्प्लेक्स बन गये हैं तो कुछ पर अपार्टमेंट. होल्डिंग सर्वे के दौरान यह मामला सामने आया है. नगर निगम संबंधित क्षेत्र का डीड एकत्र करने में जुट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 14, 2015 9:16 AM
धनबाद: धनबाद नगर निगम की 33 एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा है. फरजी कागजात पर भू- माफियाओं ने निगम की जमीन बेच दी है. कुछ जमीन पर मार्केट कॉम्प्लेक्स बन गये हैं तो कुछ पर अपार्टमेंट. होल्डिंग सर्वे के दौरान यह मामला सामने आया है. नगर निगम संबंधित क्षेत्र का डीड एकत्र करने में जुट गया है.

प्रभारी नगर आयुक्त सिद्धार्थ शंकर चौधरी ने कहा कि प्रशासन के सहयोग से जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया जायेगा. होल्डिंग सर्वे करनेवाली कंपनी ऋतिका इंटरप्राइजेज को भूदा मौजा की विवादित जमीन का होल्डिंग निर्धारण नहीं करने का आदेश जारी किया गया है. ब्रिटिश शासन काल में कचरा फेंकने के लिए बना था ट्रेचिंग ग्राउंड : ब्रिटिश शासन काल में कचरा फेंकने के लिए ट्रेचिंग ग्राउंड बना था.

जमीन माफियाओं ने फर्जी डीड बना कर जमीन की रजिस्ट्री करा दी. इसी तरह गांधी नगर में घोड़ा का अस्तबल था. उस जमीन को भी भू-माफियाओं ने कब्जा कर लिया है. रिफ्यूजी मार्केट, भवतारणी पथ, मनईटांड़ में भी भू-माफियाओं ने जमीन बेच दी. नगर निगम प्रशासन ने वर्ष 2012 में सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करनेवाले को नोटिस दिया गया था. नोटिस के आलोक में दो लोगों ने हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटाया, लेकिन हाइकोर्ट से उन्हें कोई राहत नहीं मिली.
1985 में सीइओ ने होल्डिंग व दाखिल खारिज पर लगायी थी रोक : नगर निगम सूत्रों के मुताबिक वर्ष 1985 में अंचलाधिकारी ने ट्रेचिंग ग्राउंड के 40 कथित खरीदारों के खिलाफ नोटिस जारी कर होल्डिंग व दाखिल खारिज पर रोक लगायी थी. हालांकि कुछ ने निगम में होल्डिंग निर्धारण करा लिया. वर्ष 2012 में जब मामला सामने आया तो तत्कालीन नगर आयुक्त एके पांडेय ने सभी अवैध कब्जाधारियों के खिलाफ नोटिस जारी किया. जांच की प्रक्रिया चल रही थी. इसी बीच उनका तबादला हो गया.
कागजात ढ़ूंढ़ने में आ रही परेशानी
जमीन के कागजात ढ़ूढ़ने में परेशानी आ रही है. कुछ जमीन के कागजात का अता-पता नहीं चल पा रहा है. अंचल से सहयोग लिया जायेगा. पुराने डीड को निकाल कर संबंधित लोगों को नोटिस किया जायेगा. निगम की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया जायेगा.
सिद्धार्थ शंकर चौधरी, प्रभारी नगर आयुक्त
इनके घर का नहीं करना है होल्डिंग निर्धारण : संध्या मुखर्जी, राजेंद्र चंद्र घोष, सुनीता ला दासी, सोनामति देवी, कौशल्या देवी, कैलाश मालाकार, तरुण कुमार चौधरी, राधा-रानी चटर्जी, बसंत कुमार मिश्र, कुसमी देवी, आभा घोष, वंदना सेन, राम रतन मिस्त्री, सर्वेश्रवर पांडेय, आशीष कुमार घोष, तपन कुमार सेन, सिराजुद्दीन खान, नगेंद्र प्रसाद साही, चंद्र ज्योति देवी, उदय प्रताप सिंह, विजय कुमार सिंह, नवलटी देवी, तपन कुमार चौधरी, आलोक चटराज, वंदना भटराज, गोपाल रवानी, पीयूष, निर्मला दास, मिथिलेश कुमार सिंह, राजा रानी देवी, गौर चंद्र रसिक, तपन कुमार चौधरी, मो मुसलिम, निर्मला देवी, अमुला रानी, ओम प्रकाश सिंह. (नोट : भूदा मौजा, ट्रेचिंग ग्राउंड की जमीन के हैं लोग)

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