बच्चों को नहीं मिल रहा मध्याह्न् भोजन

धनबाद: इन दिनों जिले के कई स्कूलों में मध्याह्न् भोजन बंद है. सरस्वती वाहिनी के पास चावल ही नहीं है कि वे एमडीएम तैयार करें. बच्चों को भूखों पेट पढ़ाई करनी पड़ रही है. टिफिन की घंटी बजने के बाद बच्चे पानी पीकर पेट भरने को मजबूर हैं. यह हालत तब है, जब एमडीएम के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 24, 2015 8:56 AM
धनबाद: इन दिनों जिले के कई स्कूलों में मध्याह्न् भोजन बंद है. सरस्वती वाहिनी के पास चावल ही नहीं है कि वे एमडीएम तैयार करें. बच्चों को भूखों पेट पढ़ाई करनी पड़ रही है. टिफिन की घंटी बजने के बाद बच्चे पानी पीकर पेट भरने को मजबूर हैं. यह हालत तब है, जब एमडीएम के अनुश्रवण को जिले के सभी स्कूलों से जोड़ने की बात चल रही है.

सर्वोच्च न्यायालय ने भी किसी भी हालत में स्कूलों में एडीएम बंद नहीं होने का निर्देश दे रखा है. एमडीएम बंद होने का असर छात्र-छात्राओं की उपस्थिति पर भी पड़ने से इनकार नहीं किया जा सकता. बच्चों की पढ़ाई पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है. डीएसइ कार्यालय के समीप स्थित बीएसएस बालवाड़ी मध्य विद्यालय में नौ फरवरी से यह योजना बंद है. ऐसे में बाकी स्कूलों की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है. हालांकि जनवरी महीने में ही चावल की मांग की गयी थी, जो तीन-चार दिन पहले प्रखंड के गोदामों को मिली है. वहीं फरवरी एवं मार्च महीने यानी कुल 35 दिन के एमडीएम की राशि दी जा चुकी है.

प्रखंडों में पहुंचा चावल
एमडीएम का चावल एफसीआइ से रविवार को प्रखंड के गोदामों तक पहुंचा. झरिया प्रखंड में 545 क्विंटल चावल आया है, जिसमें 204 क्विंटल चावल उठाव को बचा है. वहीं धनबाद प्रखंड में 518 क्विंटल चावल आ चुका है. इसका उठाव मंगलवार से होगा.
एक प्रखंड में ही उठाव सुविधा
चावल उठाव में स्कूल प्रभारी को काफी समय लग जाता है. जिले के कई स्कूलों में केवल दो ही शिक्षक हैं. ऐसे में एक के चावल उठाव में लगने के कारण संबंधित स्कूलों की पढ़ाई प्रभावित होती है. अबतक केवल धनबाद प्रखंड के स्कूलों में ही एक एजेंसी द्वारा वाहनों से प्रखंड गोदाम से स्कूलों तक चावल पहुंचाया जाता है, बाकी जगह नहीं.
अप्रैल से एमडीएम मॉनीटरिंग सिस्टम
एमडीएम अनुश्रवण के लिए केवल झरिया के स्कूलों में एसएमएस आधारित एमडीएम मॉनीटरिंग सिस्टम लागू है. बलियापुर प्रखंड में इसकी शुरुआत के लिए स्कूलों के दो-दो शिक्षकों का प्रशिक्षण हो चुका है. यहां अप्रैल महीने से इसकी शुरुआत हो सकती है.
चावल आ चुका है
चावल के अभाव में एमडीएम बंद था, लेकिन चावल आ चुका है. मंगलवार से स्कूलों में स्थिति सामान्य हो जायेगी. बांके बिहारी सिंह, डीएसइ

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