एलआइसी बांड का फर्जीवाड़ा कर निकाल लिये 93 लाख

धनबाद: एलआइसी बांड पेपर का फर्जीवाड़ा कर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ बैंक मोड़ पुलिस ने किया है. मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें राजगांज लूसाडीह निवासी कमल कुमार सिंह उर्फ विभूति भूषण चौधरी, राजकुमार सिंह (एलआइसी एजेंट, ब्रांच -1) तथा गांधी रोड निवासी बिजेंद्र प्रसाद शामिल हैं. एसपी राकेश […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 26, 2015 8:05 AM
धनबाद: एलआइसी बांड पेपर का फर्जीवाड़ा कर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ बैंक मोड़ पुलिस ने किया है. मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें राजगांज लूसाडीह निवासी कमल कुमार सिंह उर्फ विभूति भूषण चौधरी, राजकुमार सिंह (एलआइसी एजेंट, ब्रांच -1) तथा गांधी रोड निवासी बिजेंद्र प्रसाद शामिल हैं. एसपी राकेश बंसल ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेस में यह जानकारी दी.
बैंक मोड़ थाना में दर्ज है मामला : एसपी ने बताया कि बैंक मोड़ थाना कांड संख्या 952/14 के आरोपी कमल कुमार सिंह ने एलआइसी का फर्जी बांड पेपर जमा कर केनरा बैंक में फर्जी पते से खाता खुलवाया और 3.15 लाख रुपये लोन निकाल लिये. अनुसंधान में पता चला कि कमल सिंह का नाम विभूति भूषण चौधरी है और वह लुसाडीह राजगंज का रहनेवाला है. पुलिस ने पहले विभूति को पकड़ा और पूछताछ शुरू की. उसने बताया कि एलआइसी एजेंट बरवाअड्डा बिराजपुर निवासी निलेश रविदास और राजकुमार सिंह के साथ मिलकर बांड के आधार पर फर्जी पते से केनरा बैंक, आंध्रा बैंक और इंड्सइंड बैंक में खाता खुलवाया और लोन निकाला. आंध्रा बैंक में 16 लोगों के बांड पर लगभग 90 लाख रुपये, केनरा बैंक से 3.15 लाख रुपये लोन निकाल लिये.
पॉलिसी नंबर सही और पता रहता था गलत : पुलिस ने बताया कि गिरोह का सरगना विभूति है. एलआइसी के दोनों एजेंट उसे बांड उपलब्ध करवाते थे. बांड पेपर सही होता था, उसमें पॉलिसी नंबर भी सही होता था. पर उसका पता गलत रहता था. उसके बाद बिजेंद्र बैंक में फर्जी नाम से एकाउंट खुलवाता था जिसमें अपना सही फोटो लगाता था और पता गलत लिखता था. खाता खुलने के बाद एलआइसी का बांड पेपर जमा कर बैंक से लोन लिया जाता था और रकम मिलने के बाद सभी लोग बांट लेते थे. बैंक लोन रिकवरी के लिए जब उस पते पर नोटिस भेजता था तो कोई नहीं मिलता था.

इसके बाद बैंक ने थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी.

बैंक मोड़ थाना प्रभारी अशोक कुमार सिंह मामले का अनुसंधान कर रहे थे. उन्होंने आरोपी का एकाउंट से फोटो निकाला और उसकी तलाश शुरू कर दी. बैंक कर्मचारी ने उसकी पहचान की और वह राजगंज से गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ के दौरान उसने अन्य साथियों का नाम बताये. पुलिस ने बताया कि बिजेंद्र प्रसाद व निलेश कुमार फर्जी एकाउंट खोलाने के आरोप( बैंक मोड़ थाना कांड संख्या 315/08 ) में पहले जेल जा चुके हैं. बैंक मोड़ थाना प्रभारी अशोक सिंह, एसआइ अमित गुप्ता व अन्य पुलिस कर्मियों के सहयोग से आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है.

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