ट्रेनों में लूटपाट में दो गिरफ्तार

धनबाद: रेल पुलिस ने मंगलवार को तड़के एक के बाद एक दो ट्रेनों में लूट की घटना को अंजाम देने वाले दो अपराधियों को पकड़ने का दावा किया है. पुलिस ने मनईटांड़ छठ तालाब निवासी विकास कुमार रवानी व गोविंदपुर निवासी गुलजार अंसारी को रेलवे यार्ड से गिरफ्तार किया है. उनके पास से लगभग साढ़े […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 27, 2015 8:21 AM
धनबाद: रेल पुलिस ने मंगलवार को तड़के एक के बाद एक दो ट्रेनों में लूट की घटना को अंजाम देने वाले दो अपराधियों को पकड़ने का दावा किया है. पुलिस ने मनईटांड़ छठ तालाब निवासी विकास कुमार रवानी व गोविंदपुर निवासी गुलजार अंसारी को रेलवे यार्ड से गिरफ्तार किया है. उनके पास से लगभग साढ़े तीन हजार रुपया, कट्टा (पिस्तौल), चाकू, लूटे गये मोबाइल सीम, वोटर कार्ड, पेन कार्ड, एटीएम व डायरी आदि जब्त किये गये हैं.

हाल ही में दोनों हजारीबाग जेल से छूटे है. रेल डीएसपी विनोद कुमार महतो ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी. हालांकि लूट का सामान पुलिस ने बरामद नहीं किया है. छापामारी दल में थानेदार शशिभूषण सिंह, रजनीकांत, पुरन कुमार व अन्य बल मौजूद थे.

लगातार कर रहे थे वारदात : जानकारी के अनुसार पुलिस ने पहले शक्तिपुंज लूटकांड के आरोपी लल्लू डोम को गिरफ्तार किया. उसने पूरी घटना और अपने साथियों के नाम बताये. पुलिस का दावा है कि इस गिरोह ने पांच फरवरी को शक्तिपुंज को निशाना बनाया. मनईटांड़ निवासी विकास कुमार साव के परिजनों के साथ लूट पाट की. 13 फरवरी को दुमका रांची एक्सप्रेस में लक्खीसराय निवासी रेणु कुमारी को लूटा. 24 फरवरी को रांची दुमका इंटरसिटी एक्सप्रेस में उषा पांडेय व अन्य दो लोग तथा उसी दिन हावड़ा-गांधीधाम एक्सप्रेस में शशांक कुमार सिंह, अंकिता सिंह, चंद्रशेखर यादव, नंद किशोर, कश्यप दिलीप भाई पाटिया के साथ लूट पाट की. पुलिस को अभी सिर्फ रेणु कुमारी के ही सामान मिले हैं. बाकी लूटे गये किसी भी सामान पुलिस ने बरामद नहीं किया है.
दोनों हैं शातिर अपराधी
डीएसपी विनोद कुमार महतो ने बताया कि दोनों शातिर अपराधी हैं. गुलजार धनबाद जीआरपी व धनबाद थाना से लगभग आठ बार जेल जा चुका है. जबकि विकास इसके पहले बैंक मोड़ थाना से हत्या के मामला में जेल गया था. विकास पर मनइटांड़ निवासी सोनू देवी की हत्या का आरोप है. सोनी देवी की हत्या उसके पति के साथ मिल कर की थी. हाल ही मैं हजारीबाग जेल से छूट कर आया है. जबकि गुलजार ने वर्ष 2012 में जीआरपी के सिपाही पूरन सिंह पर चाकू से वार किया था. इसमें पूरन घायल हो गये थे.

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