धनबाद: मानस प्रचार समिति के तत्वावधान मे मंगलवार को तुलसी जयंती समारोह का आयोजन मानस मंदिर के परिसर में हुआ. कार्यक्रम की शुरुआत तुलसीदास की प्रतिमा पर पुष्पांजलि एवं मंगला चरण से हुआ. कमलेश्वरी सिन्हा ने ‘ठुमक चलत राम चंद्र बाजत पैजनियां..’ मंगला चरण गाया.
मौके पर संस्था के सचिव शिवपूजन तिवारी ने कहा कि समिति द्वारा वर्ष 1970 से तुलसी जयंती का आयोजन किया जा रहा है. यह 44 वीं जयंती समारोह है.
मुख्य अतिथि प्रो (डॉ)विमला उपाध्याय ने शब्द-स्तंभ शीर्षक के तहत ‘मैं हूं मृत्युजंयी मृत्युजंय.., मुमकिन है मेरा गंतव्य और दूसरा चलना है अद्यतन शीर्षक के तहत रे मन क्यों होता तू विकल कविता पाठ की. मुख्य वक्ता आध्यात्मिक कवि जीवन जी ने मौन दर्शन के तहत मौन की मुस्कुराहट है, मिलना मिलाना, मौन में प्रेम हैं, बस देना ही देना कविता का पाठ किया. कवयित्री साधना सूद ने ‘ऐसा हो मेरे सपनों का हिंदुस्तान..’ कविता का पाठ किया. संचालन मृत्युंजय उपाध्याय ने किया. जयंती समारोह में काफी संख्या मे श्रद्धालु उपस्थित थे.