बेलगड़िया में 35 लाख की लागत से बनेगा अस्पताल

धनबाद: बेलगड़िया में 35 लाख रुपये की लागत से अस्पताल बनाया जाना है. इस प्रस्ताव पर 21 मार्च को आयुक्त सुरेंद्र सिंह की अध्यक्षता में जेआरडीए प्रबंध पर्षद की बैठक में निर्णय लिया जायेगा. यह जानकारी जेआरडीए के मुख्य अभियंता सुनील दलेला ने गुरुवार को दी. बताया कि बैठक में धनबाद-सिंदरी हीरक लिंक रोड और […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 13, 2015 7:52 AM
धनबाद: बेलगड़िया में 35 लाख रुपये की लागत से अस्पताल बनाया जाना है. इस प्रस्ताव पर 21 मार्च को आयुक्त सुरेंद्र सिंह की अध्यक्षता में जेआरडीए प्रबंध पर्षद की बैठक में निर्णय लिया जायेगा. यह जानकारी जेआरडीए के मुख्य अभियंता सुनील दलेला ने गुरुवार को दी. बताया कि बैठक में धनबाद-सिंदरी हीरक लिंक रोड और जोड़ाफाटक से धोखरा सड़क की प्रशासनिक स्वीकृति भी ली जायेगी. इन दोनों सड़कों के टेंडर की तकनीकी स्वीकृति पहले ही मिल चुकी है.

बेलगड़िया और निपनिया में दो-दो हजार और क्वार्टर के अलावा निविदा आमंत्रित करने भी स्वीकृति ली जायेगी. उसी दिन इस साल के लिए बजट भी पास होगा. बैठक में आयुक्त के अलावा उपायुक्त केएन झा, डीडीसी सीके मंडल, बीसीसीएल के वरीय पदाधिकारी, सीएमपीडीआइएल के क्षेत्रीय निदेशक सहित जेआरडीए के सभी पदाधिकारी रहेंगे. श्री दलेला ने बताया कि बेलगड़िया में उच्च विद्यालय बनकर तैयार है, लेकिन इसे जेआरडीए नहीं चलायेगा. इसका मैनेजमेंट कौन करेगा, इसे समिति को दिया जाय या फिर किसी खास प्रबंधन(संस्था) को, इसकी भी स्वीकृति ली जायेगी. वहां सारी व्यवस्था की जा रही है. मंदिर और पार्क बनकर तैयार है.

मंदिर तैयार, प्रतिमा स्थापना पर निर्णय नहीं : बेलगड़िया में मंदिर बन कर तैयार है,लेकिन उसमें किस भगवान की प्राण प्रतिष्ठा की जाये, यह वहां के लोग तय नहीं कर पा रहे हैं. जेआरडीए के गोपालजी ने बताया कि मंदिर में भगवान की प्रतिमा प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर तीन बार स्थानीय समिति के लोगों के साथ बैठक हुई, लेकिन अभी तक यह फैसला नहीं हो पाया है कि किस भगवान की प्रतिमा स्थापित की जाये.

इस कॉलोनी में बने नाला पर लोगों ने दुकान बना ली है, जिस कारण नियमित रूप से सफाई नहीं हो पाती है. गोपालजी ने बताया कि वहां लगे ट्रांसफॉर्मर के नीचे भी कुछ लोगों ने दुकान या फिर अन्य चीजें बना ली हैं. लोगों को काफी समझाने का प्रयास किया गया, पर वे मानने को तैयार नहीं हैं. कभी हादसा हुआ तो जिम्मेवारी कौन लेगा. गोपालजी ने बताया कि केंद्र सरकार के नये भूमि अधिग्रहण अध्यादेश से किसानों और जमीन मालिकों को अब चौगुनी राशि मिलेगी. अब भू अधिग्रहण करने के काम में तेजी आयेगी, लोग स्वेच्छा से अपनी जमीन देंगे, तब क्वार्टर निर्माण कार्य में भी तेजी आयेगी.

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