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सरकारी अस्पतालों में इलाज का यह है हाल, दांत के साथ निकाले प्राण

धनबाद: भूदा निवासी बीनू घोष की पत्नी पियाली घोष (50) की मौत पीएमसीएच में शनिवार को हो गयी. वह अपने गले में अटके नकली दांत को निकलवाने आयी थी. दांत तो ऑपरेशन कर निकाल लिये गये, लेकिन थोड़ी देर बाद उसके प्राण पखेरु भी उड़ गये. ऑपरेशन करने वाले चिकित्सक भी यह नहीं समझ पा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 15, 2015 9:37 AM
धनबाद: भूदा निवासी बीनू घोष की पत्नी पियाली घोष (50) की मौत पीएमसीएच में शनिवार को हो गयी. वह अपने गले में अटके नकली दांत को निकलवाने आयी थी. दांत तो ऑपरेशन कर निकाल लिये गये, लेकिन थोड़ी देर बाद उसके प्राण पखेरु भी उड़ गये. ऑपरेशन करने वाले चिकित्सक भी यह नहीं समझ पा रहे कि मौत की क्या वजह है. लेकिन मृतका के परिजनों का मानना है कि बेहोशी की दवा का ज्यादा डोज और चिकित्सक-नर्सो की लापरवाही मौत का कारण है.

जानकारी के अनुसार पियाली घोष घर में कोई दवा खा रही थी कि अचानक उनका नकली दांत गले में जाकर फंस गया. परिजन सुबह साढ़े दस बजे उन्हें पीएमसीएच लेकर आये. इएनटी के चिकित्सकों ने ऑपरेशन कर दांत निकलवाने की सलाह दी. सुबह ग्यारह बजे ऑपरेशन कर दांत निकाल लिये गये. महिला को वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया.

लेकिन पियाली को होश में नहीं आ रहा था. कुछ देर होश में आने के बाद फिर अचेत अवस्था में चली गयी. गुस्साये परिजनों ने बताया कि नर्स बार-बार कह रही थी, कि पल्स चल रहा है, लेकिन जब परिजनों ने देखा तो पल्स बंद था. महिला मर चुकी थी. परिजनों का आरोप का कि चिकित्सकों ने बेहोशी की दवा काफी दे दी. वहीं नर्स का लापरवाही करती रही. दूसरी ओर, ऑपरेशन करने वाले चिकित्सक डॉ सत्येंद्र कुमार और डॉ एसएन मेहता ने बताया कि ऑपरेशन सफल रहा था. गले से दांत निकाल लिये गये थे. ऑपरेशन के बाद मरीज ठीक थी. लेकिन अंतत: उसे नहीं बचाया जा सका. मौत क्यों हुई इसकी जांच की जा रही है.

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