बैठक में एसडीएम अभिषेक श्रीवास्तव ने भी जरूरी निर्देश दिये. मौके पर डिप्टी डीएसइ एमके पांडेय, स्कूल प्राचार्य फूल सिंह, आरपी तिवारी, प्रशांत कुमार, बर्नार्ड पांडेय, अनिल कुमार, स्कूल निदेशक जेएन सिंह, अभिभावक संघ के प्रतिनिधि सतपाल सिंह ब्रोका आदि मौजूद थे.
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खूब हुआ हंगामा, चला आरोप-प्रत्यारोप
धनबाद: शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीइ) के अनुपालन को लेकर शनिवार को समाहरणालय में निजी स्कूलों के साथ हुई बैठक खूब हंगामेदार रही. एक प्राचार्य द्वारा असंसदीय भाषा का प्रयोग करने से बैठक का अंत भी हंगामेदार ही रहा. अधिकांश प्राचार्य ने अपनी जगह स्कूल कर्मी या वरीय शिक्षक को बतौर प्रतिनिधि भेज दिया. अभिभावक […]
धनबाद: शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीइ) के अनुपालन को लेकर शनिवार को समाहरणालय में निजी स्कूलों के साथ हुई बैठक खूब हंगामेदार रही. एक प्राचार्य द्वारा असंसदीय भाषा का प्रयोग करने से बैठक का अंत भी हंगामेदार ही रहा. अधिकांश प्राचार्य ने अपनी जगह स्कूल कर्मी या वरीय शिक्षक को बतौर प्रतिनिधि भेज दिया. अभिभावक संघ के प्रतिनिधियों ने इसका विरोध जताया. अध्यक्षता एडीएम विधि व्यवस्था बीपीएल दास ने की. संचालन डीएसइ बांके बिहारी सिंह ने किया.
हमें टारगेट किया जा रहा : कार्मेल स्कूल, धनबाद की प्राचार्या डॉ मारग्रेट मैरी ने कहा कि निजी अल्पसंख्यक स्कूलों को बेवजह टारगेट किया जा रहा है. 2012 में सर्वोच्च न्यायालय का आदेश है कि हमारे यहां आरटीइ लागू नहीं होता. मैं चैलेंज करती हूं, जरूरी हुआ तो कोर्ट जाऊंगी. आरटीआइ के माध्यम से डीएसइ से सूचना मांगी थी, लेकिन एक साल बाद भी नहीं मिली. हर बात का रिकॉर्ड है हमारे पास. इस दौरान डी-नोबिली स्कूल के जेरी डी-सूजा प्राचार्य को कुछ कागज दे रहे थे. भाजयुमो के मुकेश पांडेय ने जेरी से बाहर जाने को कहा. अभिभावक महासंघ के मनोज मिश्र ने कहा कि अल्पसंख्यक एवं महिला की आड़ में न्यायालय के आदेश को गलत ठहराया जा रहा है. एडीएम विधि व्यवस्था बीपीएल दास ने कहा कि किसी को टारगेट नहीं किया जा रहा. हमने सारी चीजें लिखित दी हैं. अगर इसमें कुछ गलत है तो स्कूल लिखित साक्ष्य प्रस्तुत करे.
15 अप्रैल तक की मोहलत : जिला प्रशासन ने स्कूलों में आरटीइ के प्रावधानों के अनुपालन के लिए 15 अप्रैल तक का समय दिया है. 15 अप्रैल के बाद आरटीइ एक्टिव हो जायेगा. बीपीएल बच्चे के नामांकन के लिए अधिकारियों से साक्ष्य मांगना गलत है. बीपीएल कार्ड, लाल कार्ड, पीला कार्ड या जिससे पता चलता हो कि वो गरीब है, का एडमिशन लेना है.
28-29 को कार्यशाला : डीएसइ श्री सिंह ने बताया कि आरटीइ के सभी प्रावधानों की जानकारी देने के लिए 28-29 मार्च को कार्यशाला का आयोजन किया गया है.
देनी होगी जरूरी सूचनाएं : एसडीएम अभिषेक श्रीवास्तव ने कहा कि स्कूलों को सभी जरूरी सूचनाएं देनी होगी. जिला प्रशासन को जो भी सूचनाएं चाहिए, वे उन्हें देनी होगी. डीएसइ श्री सिंह ने कहा कि स्कूल पूरी नामांकन सूची उपलब्ध कराये. केवल 25 प्रतिशत बीपीएल कोटे का नहीं, बल्कि पूरी नामांकन सूची देनी है.
स्कूलों को अंतिम मौका : एडीएम विधि व्यवस्था श्री दास ने कहा कि 15 अप्रैल तक अनुपालन के लिए स्कूलों को अंतिम मौका है, उसके बाद कार्रवाई होगी. डीएसइ स्कूलों के औचक निरीक्षण को स्वतंत्र हैं. डी-नोबिली, कार्मेल ग्रुप के लिए कहा कि केवल अपडेटेड बोलने से नहीं होगा. श्री मिश्र ने कहा कि आरटीइ के अनुसार संबंधित शिक्षक ही संबंधित विषय पढ़ा सकते हैं, पर ऐसा होता नहीं.
नहीं हुई बैठक : सुबह बैठक में डी-नोबिली के प्रिंसिपलों के नहीं आने पर एडीएम श्री दास ने कहा कि ग्रुप के सभी प्रिंसिपल चार बजे चेंबर में आये. चार बजे बैठक होगी, हालांकि बैठक नहीं हुई.
नहीं होती कार्रवाई : बैठक के दौरान अभिभावक संघ के प्रतिनिधियों ने कहा कि तीन साल से केवल बैठक हो रही है. कार्रवाई की चेतावनी दी जाती है, पर होती नहीं. आरटीइ के तहत कौन-कौन स्कूल 25 फीसदी सीटों पर बीपीएल कोटे में नामांकन को बाध्य हैं, पहले यह बताया जाये.
पैसा-पैसा नहीं करें : बैठक में एडीएम श्री दास ने कहा कि जिला प्रशासन ने जिस उद्देश्य से स्कूल को जमीन अधिग्रहण कर दी है, वह पूरा होना चाहिए. शिक्षा की गरिमा बनी रहे. 25 फीसदी सीटों में बीपीएल कोटे में नामांकन लेना है तो लेना है. इस बीच कार्मल प्राचार्या ने कहा कि आज तक कोई पैसा नहीं मिला है, जो भी एडमिशन लिया. इस पर एडीएम श्री दास ने कहा कि आप पैसे के लिए काम नहीं करते. पैसा-पैसा नहीं करें, सोसाइटी के विकास के लिए करें. अब पैसे मिलने में देरी नहीं होगी. इस पर कुछेक ने चुटकी ली कि आरटीइ के तहत पैसा मांग रहे हैं, लेकिन उसे मानने को तैयार नहीं हैं.
चल रहीं खटारा बसें : बैठक में अभिभावक संघ के श्री मिश्र ने कहा कि 15 साल से अधिक पुरानी बसें नहीं चलनी है, लेकिन चल रही हैं. बसों में शिक्षक, तकनीकी कर्मचारी जाने चाहिए, पर नहीं हो रहा है. रण विजय सिंह ने कहा कि स्कूल वैन/मारुति वैन में बेंच पर बच्चों को ढोया जा रहा है. सीट संख्या के डेढ़ गुणा से अधिक बच्चे आते-जाते हैं. इस पर डीटीओ आरआर शर्मा ने कहा कि आरटीइ एक्ट के अनुसार कार्रवाई हो रही है. जो स्कूल नियम नहीं मानेंगे, उन पर कार्रवाई होगी. वहीं एडीएम श्री दास ने कहा कि बच्चों की सेफ्टी से खिलवाड़ नहीं किया जायेगा. 18 से कम उम्र के बच्चे को बाइक नहीं चलाने देंगे. कोटपा के अनुसार स्कूल परिसर के आसपास तंबाकू उत्पाद नहीं बिकेंगे.
163 स्कूलों की मान्यता : बैठक के दौरान अभिभावक संघ ने आरटीइ के 163 स्कूलों को मान्यता देने का भी मसला उठा. कहा : आवेदन करने वाले स्कूलों को मान्यता कब मिलेगी.
यह मान्य होंगे जन्म प्रमाणपत्र के : अस्पताल/सहायक नर्स व दाई रजिस्टर अभिलेख, आंगनबाड़ी अभिलेख, माता-पिता या अभिभावक द्वारा बच्चे की आयु की घोषणा
बीपीएल को मान्य होंगे ये दस्तावेज : पीला कार्ड, लाल कार्ड, बीपीएल सर्वे 2002-2007, बीपीएल सर्वे 2010-11, जो अभी तक अधिसूचित नहीं है में न्यूनतम 70.01 अंक तक अंकित परिवार के बच्चे दलाल सुन भड़के प्रतिनिधि बैठक के बाद बाहर आने के क्रम में चासनाला एकेडमी के प्राचार्य द्वारा दलाल कहे पर अभिभावक संघ के प्रतिनिधि भड़क उठे. उन्होंने प्राचार्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की. हालांकि एडीएम एवं डीएसइ के बीच-बचाव में प्राचार्य ने नहीं कहने की बात कही एवं माफी मांग ली. एडीएम श्री दास ने कहा कि असंसदीय भाषा का प्रयोग नहीं करें तो बेहतर है.
जेरी आप बाहर जायें!
डी-नोबिली के प्राचार्य की जगह जेरी डिसूजा स्कूलों का पक्ष रखने पहुंचे थे. इस पर एडीएम विधि व्यवस्था श्री दास ने उन्हें बाहर जाने को कहा. इसके बाद अभिभावक संघ के प्रतिनिधियों ने भी उन्हें बाहर जाने को कहा. हालांकि जेरी डिसूजा बैठक में जमे रहे.बैठक की शुरुआत में ही डीएसइ श्री सिंह ने स्कूलों को कहा कि वे गुटबाजी के रूप में जवाब नहीं दें.
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