अक्षय ऊर्जा स्रोतों पर शोध की जरूरत

धनबाद: सिंफर के निदेशक डॉ अमलेंदु सिन्हा ने कहा है कि विकास के दृष्टिकोण से अब कोयला, तेल व गैस से सामान्य ऊर्जा श्रोतों के बजाय अक्षत ऊर्जा स्नेत पर शोध की जरूरत है. वह सोमवार को आइएसएम के इडीसी भवन में अप्लायड फिजिक्स की ओर से ह्य एडवांस इन न्यू रिन्यूएबल एनर्जी मैटेरियल एंड […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 24, 2015 7:55 AM
धनबाद: सिंफर के निदेशक डॉ अमलेंदु सिन्हा ने कहा है कि विकास के दृष्टिकोण से अब कोयला, तेल व गैस से सामान्य ऊर्जा श्रोतों के बजाय अक्षत ऊर्जा स्नेत पर शोध की जरूरत है.

वह सोमवार को आइएसएम के इडीसी भवन में अप्लायड फिजिक्स की ओर से ह्य एडवांस इन न्यू रिन्यूएबल एनर्जी मैटेरियल एंड टेकनोलॉजी ह्य विषय पर पांच दिवसीय शॉट टर्म कोर्स के उद्घाटन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे.

बताया कि ऊर्जा के सामान्य स्नेत दिन प्रतिदिन जिस प्रकार कम हो रहे हैं, वह चिंता का विषय है. वैकल्पिक स्नेत सोलर, हवा, जल से उत्पन्न बिजली आदि को शोध के जरिये आगे बढ़ना होगा. डॉ आरबी चौधरी ने विषय वस्तु पर प्रकाश डाला वहीं प्रो. पंकज मिश्र ने इस प्रकार के शॉट टर्म कोर्स के महत्व पर चर्चा की . ट्रेनिंग प्रोग्राम में बीसीसीएल , सिंफर, सहित देश के अन्य संस्थानों से 50 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं. ट्रेंिनंग देने वालों में विदेश से भी कई वक्ता शामिल हैं. कार्यक्रम के को-ऑर्डिनेटर हैं डॉ आरबी चौधरी, प्रो. पंकज मिश्र, विनीत कुमार राय.

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