छठ शुरू, पर घाट अभी भी गंदे

धनबाद: लोक आस्था का पर्व चैती छठ सोमवार को नहाय खाय के साथ प्रारंभ हो गया. सोमवार को व्रतियों ने नेम से नहा धोकर भाष्कर भगवान का ध्यान किया. मिट्टी के चूल्हे पर आम की लकड़ी से अरवा चावल का भात, चना का दाल और कद्दू की सब्जी बनाकर पहले सूर्य देवता का ध्यान किया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 24, 2015 7:57 AM
धनबाद: लोक आस्था का पर्व चैती छठ सोमवार को नहाय खाय के साथ प्रारंभ हो गया. सोमवार को व्रतियों ने नेम से नहा धोकर भाष्कर भगवान का ध्यान किया. मिट्टी के चूल्हे पर आम की लकड़ी से अरवा चावल का भात, चना का दाल और कद्दू की सब्जी बनाकर पहले सूर्य देवता का ध्यान किया गया. उसके बाद व्रतियों ने प्रसाद के रूप में अरवाइन ग्रहण किया.

व्रतियों के प्रसाद पाने के बाद घरवालों एवं आस पड़ोस को प्रसाद वितरित किया गया. मंगलवार को खरना है. व्रती पूरे दिन उपवास रहकर संध्या में स्नान ध्यान कर नियम से खरना का प्रसाद खीर पूरी, रसिया बनाकर छठी मइया को भोग लागने के बाद खरना करेंगी. बुधवार को अस्तांचलगामी एवं गुरुवार को उदीयमान भाष्कर भगवान को अध्र्य देने के साथ चार दिनों का महान पर्व चैती छट समाप्त हो जायेगा.

बेकारबांध तालाब का भी बुरा हाल
लेकिन अभी तक घाटों की सफाई पूरी नहीं हुई है. गंदगी से तालाब अटे पड़े हैं. घाट के रास्ते में जगह-जगह कचरे का अंबार है. मनइटांड़, बेकारबांध व रानी तालाब की स्थिति नारकीय है. यही हाल शहर के अन्य छठ तालाबों का है. इधर निगम का कहना है कि छठ व्रतियों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी. छठ घाटों की सफाई चल रही है. मंगलवार को भी सफाई होगी. मंगलवार व बुधवार को ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जायेगा. घाट के रास्ते की भी सफाई की जा रही है. निगम के सफाई निरीक्षक रमेश कुमार का कहना है राजेंद्र सरोवर (बेकारबांध) जिला परिषद का तालाब है. इसकी सफाई जिला परिषद ही करती है. संभवत: मंगलवार को परिषद राजेंद्र तालाब की सफाई करायेगी.

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