एंटी रैगिंग सेल के निर्देश पर बीआइटी प्रशासन रेस, नौ सदस्यीय टीम करेगी जांच

धनबाद: बीआइटी, सिंदरी में कंप्यूटर साइंस प्रथम वर्ष के छात्र शिवांगहर के साथ हुए रैगिंग मामले में एंटी रैगिंग सेल के निर्देश के बाद बीआइटी प्रशासन रेस हो गया है. प्रबंधन छात्र द्वारा लगाये गये आरोप की जांच करवा रहा है. इस बाबत बीआइटी प्रशासन विभागाध्यक्षों की बैठक बुला कर जांच का निर्णय ले चुका […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 24, 2015 7:58 AM
धनबाद: बीआइटी, सिंदरी में कंप्यूटर साइंस प्रथम वर्ष के छात्र शिवांगहर के साथ हुए रैगिंग मामले में एंटी रैगिंग सेल के निर्देश के बाद बीआइटी प्रशासन रेस हो गया है. प्रबंधन छात्र द्वारा लगाये गये आरोप की जांच करवा रहा है. इस बाबत बीआइटी प्रशासन विभागाध्यक्षों की बैठक बुला कर जांच का निर्णय ले चुका है. निदेशक डॉ. यूके डे कहते हैं, ‘रैगिंग के लिए दोषी छात्र अवश्य दंडित होंगे. बीआइटी प्रशासन जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है.’ रैगिंग सेल के निर्देश के बाद बीआइटी प्रशासन ने वार्डन डॉ उपेंद्र प्रसाद की अध्यक्षता में नौ सदस्यीय जांच कमेटी बनायी है.

कमेटी में प्रो. आरपी गुप्ता, प्रो. राजेंद्र मुर्मू, प्रो. अरविंद कुमार, प्रो. कृष्ण मुरारी, प्रो. धीरज झा, प्रो. राजन कुमार, प्रो. एसपी मिश्र व प्रो. श्याम किशोर कुमार शामिल हैं. टीम की जांच रिपोर्ट मंगलवार तक आने की उम्मीद है. निदेशक श्री डे कहते हैं, ‘जांच रिपोर्ट आते ही उसे एंटी रैगिंग सेल के पास भेज दिया जायेगा. रिपोर्ट बीआइटी की अनुशासनात्मक कमेटी को भी मिलेगी. उसके आधार पर दोषियों पर कार्रवाई होगी.’ गौरतलब है कि निदेशक डॉ यूके डे अनुशासनात्मक कमेटी के चेयरमैन हैं.

दो छात्रों पर लगा है रैगिंग करने का आरोप
कंप्यूटर साइंस के छात्र शिवांगहर ने अंतिम बार 16 मार्च को क्लास की थी. शाम के समय वह हॉस्टल से अचानक गायब हो गया था. कहा जा रहा है कि कंप्यूटर साइंस द्वितीय वर्ष के दो छात्रों ने शिवांगहर के साथ रैगिंग की. इसके बाद वह अपने घर चला गया. वहां से उसने एंटी रैगिंग सेल में घटना की शिकायत कर दी. पीड़ित छात्र इस कदर भयभीत है कि वह संस्थान नहीं लौटना चाहता है. हालांकि बीआइटी प्रशासन हरसंभव कोशिश कर रहा है कि शिवांगहर क्लास करने लौट आये. इधर, शिकायत के आलोक में 21 मार्च को गठित जांच समिति ने लगभग अपना कार्य पूरा कर लिया है. सोमवार को सरहुल की छुट्टी थी. इस कारण जांच रिपोर्ट चेयरमैन को नहीं सौंपी जा सकी.
दोषी छात्र अवश्य दंडित होंगे
जांच रिपोर्ट का इंतजार है. दोषी छात्र अवश्य दंडित होंगे. संस्थान में अनुशासनहीनता बरदाश्त नहीं की जायेगी. प्रो. डॉ यूके डे, निदेशक, बीआइटी, सिंदरी

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