50 से अधिक कांडों में कोड़ा गैंग का हाथ
धनबाद : बिहार के कटिहार जिले के कोढ़ा थाना अंतर्गत नया टोला जुराबगंज व रवतारा गांव के पांच सौ से ज्यादा लोग दर्जनों आपराधिक गिरोह का संचालन कर रहे हैं. गिरोह झपट्टा मार कर पैसा झपट लेता है या फिर डिक्की तोड़ कर रकम निकालता है. धनबाद में गिरोह ने दो-तीन वर्षों में 50 से […]
धनबाद : बिहार के कटिहार जिले के कोढ़ा थाना अंतर्गत नया टोला जुराबगंज व रवतारा गांव के पांच सौ से ज्यादा लोग दर्जनों आपराधिक गिरोह का संचालन कर रहे हैं. गिरोह झपट्टा मार कर पैसा झपट लेता है या फिर डिक्की तोड़ कर रकम निकालता है. धनबाद में गिरोह ने दो-तीन वर्षों में 50 से अधिक ऐसी घटनाओं को अंजाम दिया है. पुलिस को नाकों दम करने वाले गिरोह के पांच सदस्य अभी पुलिस गिरफ्त में आ चुके हैं.
गिरोह के एक सदस्य हीरा को बैंक मोड़ पुलिस ने फरवरी माह में गिरफ्तार किया था. हीरा की निशानदेही पर बैंकमोड़ पुलिस जुराबगंज गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार करने गयी थी. गांव वालों ने पुलिस पर हमला कर दिया था. पुलिस जान बचा कर भागी थी. पुलिस पूछताछ में गिरफ्त में आये सोनू व शक्ति ने जिले के बरोरा, कतरास, धनबाद, बरवाअड्डा समेत अन्य क्षेत्रों में डिक्की तोड़ कर पैसों से भरा बैग ले जाने व बैग झपट कर भाग जाने के 10 मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है.
पुलिस फिर दोनों को रिमांड करेगी. एसपी की ओर से संबंधित क्षेत्र के थानेदारों को रिमांड पर लेने का आदेश दिया गया है. पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ है कि गिरोह झारखंड, बिहार के अलावा दिल्ली, ओड़िशा व छत्तीसगढ़ में भी घटना को अंजाम देता है. सुदामडीह पुलिस द्वारा गिरोह के सदस्यों के पास से बरामद पल्सर बाइक भी चोरी की होने की संभावना है. बिस्कुट, खल्ली व गंधक मिश्रण कर लोगों के शरीर पर छींटने वाला तरल पदार्थ बनाते हैं.
लोग इसे मैला समझ कपड़ा या हाथ धोने लगते हैं. इस दौरान बैग लेकर भाग जाते हैं. इस संबंध में एसपी राकेश बंसल ने कहा कि जुराबगंज गांव के लोगों का एक बड़ा नेटवर्क है. इस गैंग से दो सदस्य की तलाश है. पुलिस गैंग पर नकेल कसेगी.