अनुमति पत्र देने के लिए प्रत्याशियों को आज अनुमंडल कार्यालय बुलाया गया था. अचानक प्रत्याशियों की भीड़ बढ़ गयी और वहां कर्मचारियों की संख्या कम होने के कारण अफरातफरी मच गयी. एक कर्मचारी अनुमति पत्र बांट रहा था. ऐसे में वह परेशान-परेशान था. हर प्रत्याशी चाह रहा था कि जल्द से जल्द उसे पत्र मिले और वह क्षेत्र में प्रचार करने निकले. जब कभी कर्मचारी बाहर निकलता था तो प्रत्याशी उसे घेर लेते.
ऐसे में अनुमति पत्र बांटने में दिक्कत हो रही थी. दिन के 12. 15 बजे कुछ लोगों को कार्यालय खोलने का अनुमति पत्र मिला तो वाहन वाला पत्र पर हस्ताक्षर नहीं हुआ था. ऐसे में सुबह से आये प्रत्याशियों का सब्र टूट गया और वे लोग हंगामा करने लगे. कर्मचारी भी अनुमति पत्र बांटना बंद कर दूसरे कमरे में, जहां कार्यपालक दंडाधिकारी रेणु कुमारी बैठी थी, वहां जाकर बैठ गया. इसके बाद लोग शांत हुए और उसने कहा कि बारी-बारी से 10 – 10 लोगों के नाम पुकारे जायेंगे और वही लोग आयेंगे तभी पत्र दिया जायेगा. इसके बाद सभी लोगों ने बारी-बारी से पत्र प्राप्त किया.