DHANBAD NEWS : युवा संगम यात्रा में झारखंड 45 छात्रों का दल जायेगा उत्तराखंड

इस वर्ष आइआइटी आइएसएम और आइआइटी रूड़की आयोजित कर रहा युवा संगम यात्रा

By Prabhat Khabar News Desk | November 27, 2024 1:02 AM

झारखंड के विभिन्न जिलों के 45 छात्रों का दल 28 नवंबर (गुरुवार) को सात दिवसीय सांस्कृतिक और शैक्षिक यात्रा पर उत्तराखंड जायेगा. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की पहल पर ‘युवा संगम’ (पांचवा संस्करण) यात्रा ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ तहत होगा. युवा संगम पांचवां संस्करण की यात्रा का आयोजन झारखंड में आइआइटी आइएसएम और उत्तराखंड में आइआइटी रूड़की कर रहा है. झारखंड के छात्रों की यात्रा धनबाद से शुरू होगी. आइआइटी आइएसएम के निदेशक प्रो सुकुमार मिश्रा रवाना छात्रों को रवाना करेंगे. इसके लिए संस्थान के ‘स्कोलोमिन क्लब’ में कार्यक्रम होगा. झारखंड के छात्रों के साथ संस्थान के छह समन्वयक छात्रों के साथ यात्रा करेंगे. इस यात्रा का उद्देश्य प्रतिभागियों को उत्तराखंड (देवभूमि) के समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का एक गहरे अनुभव प्रदान करना है. यात्रा कार्यक्रम में भगवापुर, एसआइडीसीयूएल, हरिद्वार, ऋषिकेश, पतंजलि गांव, कोटद्वार, लांसडाउन और देहरादून जैसे प्रमुख स्थल शामिल हैं. प्रोफेसर संजीव साहू, गणित और संगणना विभाग, आइआइटी (आइएसएम) धनबाद और युवा संगम के झारखंड राज्य समन्वयक ने कहा, ‘टीम 28 नवम्बर को धनबाद से ट्रेन से जायेगी. 29 नवंबर को आइआइटी रुड़की पहुंचेगी. यहां वे 30 नवंबर को भगवापुर और एसआइडीसीयूएल का औद्योगिक दौरा करेंगे.

एक दिसंबर को छात्र हरिद्वार और ऋषिकेश की यात्रा करेंगे :

एक दिसंबर को छात्र हरिद्वार और ऋषिकेश के आध्यात्मिक स्थलों की यात्रा करेंगे. इसमें पतंजलि गांव का दौरा भी शामिल है. यहां वे स्व सहायता समूह (एसएचजी) के सदस्यों से बातचीत करेंगे. विशेष रूप से, पतंजलि गांव में एसएचजी सदस्यों को पारंपरिक और हर्बल चिकित्सा, साथ ही योग की प्रशिक्षण दी जाती है. दो दिसंबर को टीम कोटद्वार और लांसडाउन का दौरा करेगी. जहां वे सिद्धबली मंदिर, भुला ताल, गढ़वाल राइफल्स, और तार्केश्वर धाम मंदिर जैसे महत्वपूर्ण स्थानों की यात्रा करेंगे. तीन दिसंबर को समूह अपनी यात्रा देहरादून में समाप्त करेगा, जहां वे राजभवन, शाहस्त्रधारा और रॉबर्स कैम्प का दौरा करेंगे. चार दिसम्बर को धनबाद लौटेंगे. उत्तराखंड के छात्रों का एक दल जनवरी 2025 में धनबाद का दौरा करेगा. यह आदान-प्रदान कार्यक्रम दोनों राज्यों के युवाओं के बीच सांस्कृतिक समझ और सहयोग को और बढ़ावा देने का लक्ष्य रखता है. आइआइटी आइएसएम धनबाद गर्व के साथ इस सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम की मेजबानी कर रहा है.

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