भाजपा की दाल गली, जनता की हुई महंगी
धनबाद: केंद्र में भाजपा नीत सरकार के एक साल हो गये. कई तरह के वादे किये गये थे. उसमें महंगाई कम करना भी था. लोगों ने भरोसा किया. बहुमत से सरकार बनायी. लेकिन आज भी जनता महंगाई से जूझ रही है. बस किराया हो या टेंपो किराया. भाड़ा में कोई राहत नहीं है. खाद्य सामग्री […]
धनबाद: केंद्र में भाजपा नीत सरकार के एक साल हो गये. कई तरह के वादे किये गये थे. उसमें महंगाई कम करना भी था. लोगों ने भरोसा किया. बहुमत से सरकार बनायी. लेकिन आज भी जनता महंगाई से जूझ रही है. बस किराया हो या टेंपो किराया. भाड़ा में कोई राहत नहीं है. खाद्य सामग्री के भाव लगातार बढ़ रहे हैं.
तेलहन व दलहन के भाव आसमान पर हैं. हालांकि कुछ सामान के भाव थोड़े कम हुए हैं. चावल, गेहूं, चीनी व आलू के भाव में अच्छी गिरावट है. बाजार सूत्रों की मानें तो पिछले साल से दलहन व तेलहन के भाव में भारी उछाल है. कारण, इस साल दलहन की पैदावार कम हुई है. समर्थन मूल्य से भी कम पैसा मिलने के कारण किसानों ने दलहन की बुआई कम हुई. फंगस के कारण बीस प्रतिशत पैदावार मार खा गया. बे-मौसम बरसात के कारण भी फसल बरबाद हो गया. लिहाजा बाहर की मंडियों में दलहन के भाव तेज हैं.
गेहूं, चावल व चीनी के दाम घटे
गेहूं, चावल व चीनी के भाव में गिरावट आयी है. चावल के भाव में चार से पांच रुपये किलो की गिरावट आयी है. आटा बीस रुपये किलो से लुढ़क कर 17 -18 रुपये प्रति किलो पहुंच गया है. चीनी में भी गिरावट है. 36 रुपये किलो चीनी अब 30 रुपये किलो पहुंच गयी है.
डीजल-पेट्रोल का दाम गिरा-उछला
भाजपा सरकार ने जब बागडोर संभाली तो डीजल 70.66 रुपया लीटर पेट्रोल व 59.15 पैसा डीजल था. फरवरी 2015 तक पेट्रोल में 14.90 रु व डीजल में 12.06 रु की गिरावट आयी. फरवरी से मई तक पेट्रोल में 12.08 रु व डीजल में 9.61 रु प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है. फिलवक्त पेट्रोल 67.66 रु प्रति लीटर व डीजल 57.50 रुपया प्रति लीटर है.