भौंरा की किशोरी पर एसिड अटैक

धनबाद: भौंरा नगीना बाजार की रहने वाली 17 वर्षीय एक किशोरी को मटकुरिया, धनबाद में हवसी युवकों ने एसिड से जला कर मारने का प्रयास किया था. मामला दिसंबर, 2012 का है. 10वीं पास किशोरी मटकुरिया स्थित कृष्णा स्टूडेंट मार्केटिंग में बतौर सेल्स मैन का काम कर रही थी. कंपनी के ही तीन युवकों ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 20, 2013 10:28 AM

धनबाद: भौंरा नगीना बाजार की रहने वाली 17 वर्षीय एक किशोरी को मटकुरिया, धनबाद में हवसी युवकों ने एसिड से जला कर मारने का प्रयास किया था. मामला दिसंबर, 2012 का है. 10वीं पास किशोरी मटकुरिया स्थित कृष्णा स्टूडेंट मार्केटिंग में बतौर सेल्स मैन का काम कर रही थी. कंपनी के ही तीन युवकों ने नशा खिला कर किशोरी से दुष्कर्म का प्रयास किया. ऐन वक्त पर किशोरी को होश आ गया. वह विरोध करने लगी. इससे गुस्साये युवकों ने किशोरी पर एसिड फेंक दिया. उसका गला व छाती गंभीर रूप से जल गया. पुलिस में भी शिकायत की गयी, लेकिन न्याय नहीं मिला.

यह मामला गुरुवार को सामने आये. मौका था कला भवन के इंडोर स्टेडियम में बाल मजदूरी एवं अधिकार के मुद्दे पर जनसुनवाई का. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य डॉ. योगेश दुबे ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जरूरी कार्रवाई का निर्देश दिया. डॉ. दुबे ने एक साल से मामला दबे रहने पर आश्चर्य जताया. पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाये. उन्होंने तत्काल सिविल सजर्न को मेडिकल बोर्ड गठित कर किशोरी की जांच का आदेश दिया. तीन दिनों के अंदर रिपोर्ट मांगी है. वहीं डीएसपी को केस का अनुसंधान करने को कहा.

चार दूसरे बच्चे का भी करना है इलाज : डॉ. दुबे ने किशोरी के साथ चार दूसरे बच्चों का इलाज करने के लिए भी स्वास्थ्य विभाग को भेजा. इसमें तोपचांची निवासी संतोष ठाकुर नेत्र रोग से ग्रसित है. वहीं बस्ताकोला की किरण (14) को हफनी है. उसका भाई विक्की नेत्र रोग से ग्रसित है. बस्ताकोला का ही राज रजवार (10) हफनी से ग्रसित हैं.

सीएस ने भेजा अधीक्षक के पास : मेडिकल बोर्ड गठित करने के आदेश के बाद सिविल सजर्न ने कहा कि उनके यहां चिकित्सक नहीं हैं. सीएस ने किशोरी को आदेश पत्र के साथ पीएमसीएच अधीक्षक के पास भेज दिया. इधर, अधीक्षक का कहना था कि इमरजेंसी में इलाज हो रहा है. वहां जाकर इलाज करायें या सुबह में ओपीडी में आना होगा. इस दौरान किशोरी सहित उसके साथ बच्चों को कभी सीएस कार्यालय, तो कभी अधीक्षक कार्यालय का चक्कर काटना पड़ा. अंत में तय हुआ की शुक्रवार की सुबह बच्चों का इलाज ओपीडी में होगा. मेडिकल बोर्ड भी शुक्रवार को गठित की जायेगी. बाद में किशोरी व बच्चों को वापस कला भवन ले जाया गया, जहां से उनके परिजन घर ले गये.

आयोजक : जनसुनवाई का आयोजन आयोग के साथ प्लान इंडिया एवं सीएसएनसीआर ने मिलकर किया था. जनसुनवाई का उद्घाटन मुख्य अतिथि डॉ. दुबे राज्य आयोग के सदस्य संजय मिश्र, डीएसडब्ल्यूओ बंधु फर्नाडीस, डीएसपी राजकुमार सिन्हा, प्लान इंडिया के आर्घव मुखर्जी, सीनी, रांची के नसरीन जमाल एवं बच्चों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. जनसुनवाई में सहायक श्रमायुक्त अजीत कुमार पन्ना, डीइओ डीडी राय, श्रम अधीक्षक प्रदीप रॉबर्ट लकड़ा, खनन पदाधिकारी रामेश्वर राणा, सभी बीइइओ समेत कई पदाधिकारी व कर्मचारी शामिल हुए.

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