भाजपा में होंगे अब दो जिलाध्यक्ष
धनबाद : भारतीय जनता पार्टी में अब दो जिलाध्यक्ष होंगे. इस वर्ष होने वाले संगठनात्मक चुनाव में दो जिलाध्यक्षों का चुनाव होगा. इसके लिए प्रदेश नेतृत्व ने हरी झंडी दे दी है. सात वर्षो से लटका है मामला : धनबाद जिला भाजपा को संगठनात्मक रूप से दो भागों में बांटने पर वर्ष 2008 में ही […]
धनबाद : भारतीय जनता पार्टी में अब दो जिलाध्यक्ष होंगे. इस वर्ष होने वाले संगठनात्मक चुनाव में दो जिलाध्यक्षों का चुनाव होगा. इसके लिए प्रदेश नेतृत्व ने हरी झंडी दे दी है.
सात वर्षो से लटका है मामला : धनबाद जिला भाजपा को संगठनात्मक रूप से दो भागों में बांटने पर वर्ष 2008 में ही हजारीबाग में पार्टी के प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में सहमति बनी थी. तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष पशुपति नाथ सिंह ने प्रस्तावित नये जिले का परिसीमन तय करने के लिए राज सिन्हा के नेतृत्व में एक कमेटी बनायी थी. उस वक्त धनबाद नगर निगम का परिसीमन भी नहीं हुआ था.
कमेटी की रिपोर्ट आज तक नहीं आयी. इस बीच वर्ष 2010 में धनबाद नगर निगम का पहला चुनाव भी हो गया. नगर निगम बोर्ड ने अपना पहला कार्यकाल पूरा भी कर लिया. निगम बोर्ड के गठन के लिए दूसरी बार भी चुनाव हो चुका है. लेकिन, भाजपा का मामला लटका रहा. इस बार धनबाद जिला में भाजपा के लगभग पौने तीन लाख सदस्य बनने से पार्टी के अंदर दो जिलाध्यक्ष की मांग तेज हो गयी है. पिछले दिनों रांची में पार्टी की हुई एक समीक्षा बैठक में भी इस मुद्दे पर चर्चा हुई. पार्टी के प्रदेश संगठन महामंत्री (संगठन) राजेंद्र सिंह ने भी संगठन के विभाजन के प्रस्ताव पर सहमति दे दी है.
दो निर्वाचन पदाधिकारी होंगे नियुक्त : भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार इस बार धनबाद जिले में पार्टी के संगठनात्मक चुनाव के लिए पार्टी दो रिटर्निग ऑफिसर नियुक्त करेगी. दोनों संगठनात्मक जिले का परिसीमन भी तय हो चुका है. नगर निगम के सभी 55 वार्ड धनबाद महानगर जिला के अधीन होंगे. जबकि शेष इलाका ग्रामीण जिला में होगा. फिलहाल जो स्थिति उसके अनुसार धनबाद महानगर जिला में छह तथा ग्रामीण जिला में आठ मंडल है. जिला स्तर पर संगठन के विभाजन के बाद कुछ नये मंडल भी सृजित होंगे.