सहकारिता से आत्मनिर्भर बनाना लक्ष्य : विनय

धनबाद . सहकार भारती आर्थिक क्षेत्र में कार्य करनेवाली राष्ट्रीय ही नहीं, अपितु अंतरराष्ट्रीय जनसंगठन है. हम भारत के सभी राज्यों में सहकारी संस्था खड़े कर लोगों को सहकारिता के माध्यम से आत्मनिर्भर बना कर उन घरों में दिया जलाना चाहते हैं, जहां अंधेरा है. सहकार भारती ने हजारों क्रेडिट सोसाइटी व अन्य सहकारी संगठन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 7, 2015 7:50 AM
धनबाद . सहकार भारती आर्थिक क्षेत्र में कार्य करनेवाली राष्ट्रीय ही नहीं, अपितु अंतरराष्ट्रीय जनसंगठन है. हम भारत के सभी राज्यों में सहकारी संस्था खड़े कर लोगों को सहकारिता के माध्यम से आत्मनिर्भर बना कर उन घरों में दिया जलाना चाहते हैं, जहां अंधेरा है. सहकार भारती ने हजारों क्रेडिट सोसाइटी व अन्य सहकारी संगठन को खड़ा कर मां भारती को परम वैभव शाली बना भारत को पुन: विश्व का सिरमौर बनाने का लक्ष्य रखा है.

उक्त बातें सहकार भारती के राष्ट्रीय महासचिव विनय खटावकर ने कही. वह शनिवार से राजकमल सरस्वती विद्या मंदिर में आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे. सत्र को सांसद पीएन सिंह व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल ने भी संबोधित किया.

जबकि स्वागत भाषण कार्यशाला संयोजक केशव हड़ोदिया ने दिया एवं आभार व स्मृति भेंट सुमन अखौरी ने किया. कार्यक्रम के पहले दिन चार सत्र हुए. पहले सत्र में साख संस्थाओं के निर्माण के लिए मार्गदर्शन, दूसरे सत्र में वेतन भोगी साख संस्था एवं सामान्य क्रेडिट सोसाइटी, तीसरे सत्र में साख संस्थाओं का प्रभावी व्यवस्थापन एवं संचालन और चौथे सत्र में साख संस्था और आयकर संबंधी विषय पर चर्चा हुई. कार्यशाला में देश भर से करीब तीन सौ क्रेडिट सोसाइटी के प्रतिनिधि शामिल हुए हैं.

अंत में सहकार भारती गीत की प्रस्तुति महाराष्ट्र महिला प्रकोष्ठ की प्रमुख प्रो सुजाता खटावकर ने दी. मौके पर क्षेत्रीय संगठन मंत्री लक्ष्मण पात्र, सह संगठन मंत्री सुशील कुमार तिवारी, प्रदेश संगठन मंत्री श्याम बिहारी सिंह, प्रदेश प्रचार प्रमुख देव नारायण सुधांशु, भारत भूषण, दीपक रुइया, महेंद्र अग्रवाल, सुनील तुलस्यान, भंवर प्रसाद अग्रवाल, सरोज शांतिकारी, स्वपन घोषाल, रामवतार सिंह, कृष्णानंद सिंह, राजेंद्र कुमार यादव, पीएल वर्णवाल, राम टहल सिंह आदि मौजूद थे. समापन आज : प्रदेश प्रचार प्रमुख सुधांशु ने बताया कि रविवार को कार्यक्रम का समापन होना है. समापन सत्र बारह बजे से शुरू होगा.

Next Article

Exit mobile version