टेस्ट टय़ूब बेबी सेंटर अब धनबाद में भी

धनबाद: देशभर में बांझपन की संख्या बढ़ रही है. आंकड़ों के अनुसार देश में हर सौ महिला पुरुषों में 10 से 12 बांझपन के शिकार हैं. इसमें 40 प्रतिशत महिलाएं, तो 40 प्रतिशत पुरुषों में कमी होती है. 20 प्रतिशत मामले में दोनों दोषी होते हैं. शादी के एक साल के बाद व 35 वर्ष […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 9, 2015 8:14 AM
धनबाद: देशभर में बांझपन की संख्या बढ़ रही है. आंकड़ों के अनुसार देश में हर सौ महिला पुरुषों में 10 से 12 बांझपन के शिकार हैं. इसमें 40 प्रतिशत महिलाएं, तो 40 प्रतिशत पुरुषों में कमी होती है. 20 प्रतिशत मामले में दोनों दोषी होते हैं. शादी के एक साल के बाद व 35 वर्ष की उम्र पार करने के छह माह के बाद बच्च नहीं ठहरा तो वह बांझपन की श्रेणी में आता है. उक्त बातें सोमवार को यहां प्रसिद्ध महिला चिकित्सक डॉ शिवानी झा व उनकी पुत्री डॉ नेहा प्रियदर्शिनी ने प्रेस वार्ता में कही.

बताया कि दस जून को झारखंड का दूसरा व कोयलांचल का पहला टेस्ट टय़ूब बेबी सेंटर का उद्घाटन सिटी सेंटर में किया जायेगा. इसका नाम सात्विक टेस्ट टय़ूब बेबी सेंटर रखा गया है. डॉ प्रियदर्शिनी ने बताया कि प्रसिद्ध फेटल मेडिसिन व अल्ट्रासाउंड एक्सपर्ट डॉ नरेंद्र मल्होत्र, आइवीएफ स्पेशलिस्ट डॉ जयदीप मलहोत्र, मुंबई के डॉ सुदेश कामत व डॉ केशव मल्होत्र भी सहयोग करेंगे. मौके पर डॉ वीएन चौधरी, डॉ धीरज चौधरी, बियाडा के पूर्व अध्यक्ष विजय कुमार झा, गौतम मंडल व रमेश पांडेय भी मौजूद थे.

बांझपन के कारण
डॉ झा व डॉ प्रियदर्शिनी ने बताया कि भागमभाग की जिंदगी, लाइफ स्टाइल में परिवर्तन, लैपटॉप पर अधिक देर तक काम करने, मद्यपान करने, ज्यादा पान मसाला खाने वालों में बांझपन का खतरा काफी बढ़ जाता है. कोयलांचल में फैक्टरियों में या गरम जगहों पर काम करने वालों में भी इसका खतरा बढ़ जाता है. मोबाइल का रेडिएशन भी इस खतरे को बढ़ा देता है.
देश भर में अव्वल डॉ नेहा प्रियदर्शिनी
डॉ नेहा प्रियदर्शिनी ने एमडी के साथ रिप्रोडक्टिव मेडिसिन में छह माह का फेलोशिप किया है. फेलोशिप में डॉ प्रियदर्शिनी देश भर में अव्वल आयी हैं. इस कारण कई महानगरों के टेस्ट टय़ूब बेबी सेंटर की ओर से अनेक ऑफर मिले, लेकिन डॉ प्रियदर्शिनी के मन में कुछ और ही था. उन्होंने धनबाद जैसे छोटी जगह में यह सेवा देने की ठानी, अब यह साकार हो रहा है.
बाहर जाने की जरूरत नहीं
डॉ प्रियदर्शिनी ने बताया कि कोयलांचल व इसके आसपास काफी संख्या में लोग बाहर के महानगरों में इलाज कराने को विवश हैं. वहां आने-जाने से लेकर रहने के कारण इसका चार्ज काफी बढ़ जाता है. अब तक महानगरों में जो सुविधाएं मिल रही थी, अब वह धनबाद में भी मिलने जा रही है. यह धनबाद जैसे शहर के लिए बड़े गौरव की बात है.
सेंटर में जो सेवाएं मिलेंगी
बांझपन का पूर्ण इलाज, कृत्रिम गर्भाधान, सरोगेसी, लैप्रोस्कॉपी, हिस्टैरोस्कॉपी, स्पर्म डोनेशन, एग डोनेशन, बंद नली फाइब्रोइड का इलाज किया जायेगा.
गरीबों को मिलेगी रियायत
डॉ धीरज चौधरी ने बताया कि सात्विक टेस्ट टय़ूब बेबी सेंटर में गरीब लोगों को विशेष रियायत दी जायेगी. बताया कि शुरुआती जांच के लिए पांच से दस बाजार लगते हैं. इसके बाद 25 हजार रुपये में सारा इलाज किया जाता है. दवा चूंकि विदेश से आती हैं, इसके लिए अलग से 40-50 हजार रुपये में माता-पिता का सुख पाया जा सकता है. दवा में गरीबों को रियायत दी जायेगी.

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