बड़े सपने देखें, शक्तियों को पहचानें : डॉ सुमित
धनबाद. दुनिया भारत की तरफ कौतूहल भरी दृष्टि से देख रहा है, क्योंकि भारत में अगले 40 वर्षो में आमूल परिवर्तन होने जा रहा है. यह हमारे ऊपर निर्भर है कि 2050 तक हम कितनी बड़ी सोच व सामथ्र्य के साथ काम करते हैं. आप विद्यार्थी इस इंपोर्टेट डायनेमिक्स का बहुत बड़ा हिस्सा हैं. आपकी […]
धनबाद. दुनिया भारत की तरफ कौतूहल भरी दृष्टि से देख रहा है, क्योंकि भारत में अगले 40 वर्षो में आमूल परिवर्तन होने जा रहा है. यह हमारे ऊपर निर्भर है कि 2050 तक हम कितनी बड़ी सोच व सामथ्र्य के साथ काम करते हैं. आप विद्यार्थी इस इंपोर्टेट डायनेमिक्स का बहुत बड़ा हिस्सा हैं. आपकी सिंसियरिटी भारत को उसके विकसित देश होने में अहम् भूमिका निभायेगी. ये बातें यूपीएससी में 279 रैंक के साथ सफल रहे डॉ सुमित झा ने कही. वे शनिवार को आइएसएल (आइएसएम) में एलकेजी से बारहवीं कक्षा तक के छात्र-छात्रओं को संबोधित कर रहे थे.
आगे कहा कि स्कूल एक अनुपम संस्था है. आपके शिक्षक आपकी मां की तरह आपकी गलतियों को स्वीकार कर आपको सही मार्ग नि:स्वार्थ पूर्वक दिखलाते हैं. उन्होंने अपने जीवन में उप प्राचार्य डॉ़ तापस चटर्जी की भूमिका को रेखांकित किया. कहा कि अगर आपको यदि अपने भविष्य को परिलक्षित करना है तो उसका निर्माण करें, बड़े सपने देखें, अपनी शक्तियों को पहचाने और तब तक न रुकें जब तक सफलता हसिल न कर लें. कठिन परिश्रम और न हारने की सोच का कोई विकल्प नहीं है. डॉ झा का स्वागत प्राचार्य डॉ़ अनिल कुमार तथा सचिव डॉ शोभा सिन्हा ने किया.
जन्मदिन पर लगायें पौधे : डॉ झा ने कहा कि अपने जन्मदिन पर एक पौधे अवश्य लगाएं, ताकि जलवायु परिवर्तन का सामना हम अच्छे से कर सकें. उन्होंने अपने आसपास स्वच्छता कायम कर, स्वच्छ भारत मिशन का हिस्सा बनने की भी अपील की.नशीले पदार्थो का कोई स्थान नहीं : डॉ झा ने यह भी कहा कि जिंदगी में ड्रग्स, तंबाकू उत्पाद एवं अन्य नशीले पदार्थो का कोई स्थान नहीं है. अपने, दूसरों, समाज और देश के प्रति ईमानदार हों यही सफलता का मूल मंत्र है.
डॉ झा का सफर
डॉ झा ने अपनी स्कूलिंग (बारहवीं) आइएसएल एनेक्सी से पूरी की. 12वीं में बायो साइंस में शीर्ष स्थान पाया. फिर एआइपीएमटी में सफल हो 2008 में एमबीबीएस की डिग्री बेंगलुरु मेडिकल कॉलेज से प्राप्त की. वर्तमान में इसीएल (कोल इंडिया लिमिटेड) में महगामा क्षेत्र में सीनियर मेडिकल ऑफिसर के रूप में कार्यरत हैं.