पैक्स प्रबंधक-बिचौलिया को रिमांड का आदेश

धनबाद : रिंग रोड भू-अजर्न मुआवजा घोटाले में जेल में बंद पैक्स प्रबंधक अनूप महतो व भेलाटांड़ निवासी संजय महतो को दो दिनों की पुलिस रिमांड पर देने का आदेश कोर्ट ने दिया है.आदेश के आलोक में बैंक मोड़ इंस्पेक्टर सह कांड के अनुसंधान कर्ता मो अलीमुद्दीन मंगलवार को मंडल कारा पहुंचे, लेकिन शाम हो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 15, 2015 7:20 AM
धनबाद : रिंग रोड भू-अजर्न मुआवजा घोटाले में जेल में बंद पैक्स प्रबंधक अनूप महतो व भेलाटांड़ निवासी संजय महतो को दो दिनों की पुलिस रिमांड पर देने का आदेश कोर्ट ने दिया है.आदेश के आलोक में बैंक मोड़ इंस्पेक्टर सह कांड के अनुसंधान कर्ता मो अलीमुद्दीन मंगलवार को मंडल कारा पहुंचे, लेकिन शाम हो जाने के कारण दोनों की कस्टडी नहीं ले सके. बुधवार को दोनों को रिमांड पर थाना लाया जायेगा.
दो दर्जन से अधिक हैं नामजद: रिंग रोड मुआवजा घोटाला से संबंधित मामला गत 23 जून को धनसार थाना में दर्ज (कांड संख्या 657/2015) हुआ था. इसमें अधिकारी व कर्मचारियों समेत दो दर्जन से अधिक लोग नामजद हैं. लगभग एक सौ करोड़ रुपये की गड़बड़ी हुई है.
रैयतों को एक सौ करोड़ के बदले एक करोड़ भी हाथ नहीं लगे. अधिकारी और कर्मचारी की मिलीभगत से बिचौलियों ने बैंक से रुपये निकाल लिये. कई रैयतों को जमीन अधिग्रहण से मुआवजा तक का पता भी नहीं चला. मिलीभगत से राशि हड़प ली गयी. आलोक बरियार, विपिन राव व अनिल सिन्हा के अलावा पैक्स के चेयरमैन सखीचंद महतो, प्रबंधक अनूप महतो, भेलाटांड़ के संजय महतो, मनईटांड़ के अनिल महतो अभी जेल में हैं.
पूछताछ में मिली अहम जानकारी
घोटाले के तीनों किंगपिन आलोक बरियार(पतराकुल्ही) विपिन राव (गजुआटांड़) व अनिल सिन्हा(कोलाकुसमा) से पूछताछ में पुलिस को महत्वपूर्ण जानकारी हाथ लगी है. तीनों ने राशि लेने, इसके निवेश और उपयोग की पूरी जानकारी दी है. अनिल व विपिन ने लाभुकों से ली गयी राशि का निवेश जमीन में किया है. आलोक ने भी जमीन खरीद-बिक्री की बात पुलिस को बतायी है.
अनिल ने कुसुम बिहार में फ्लैट बरवाअड्डा जयनगर, गोविंदपुर व गोलमरा में लगभग 10 एकड़ जमीन खरीदने की बात स्वीकारी है. विपिन ने बलियापुर में नौ एकड़ जमीन खरीदने की बात बतायी है. पुलिस तीनों के खिलाफ अगले माह कोर्ट में चाजर्शीट दाखिल कर सकती है. बता दें कि तीनों को पुलिस ने पिछले सप्ताह रिमांड पर लिया था.
निगरानी अलग से दर्ज करेगी एफआइआर
धनबाद रिंग रोड व जरेडा आवासीय योजना में में भूमि अधिग्रहण के नाम पर करोड़ों के मुआवजा घोटाले की जांच लिए सरकार के निर्देश पर गत 10 जुलाई को ही निगरानी ब्यूरो में पीई दर्ज कर ली गयी है. पीई दर्ज कर निगरानी एसपी आलोक के नेतृत्व में जांच शुरू हो गयी है.
विजिलेंस आइजी मुरारी लाल मीणा ने बताया कि पीई दर्ज कर जांच शुरू कर दी गयी है. निगरानी अलग से एफआइआर दर्ज करेगी. इसके बाद धनबाद पुलिस द्वारा की जा रही जांच को अपने जिम्मे ले लेगी.

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