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कैट के आदेश पर भी नहीं राहत, 10 माह से अटका है भुगतान, ट्रेनी साइंटिस्ट को वेतन नहीं

धनबाद: केंद्रीय प्रशासनिक अधिकरण (कैट) के आदेश के बावजूद केंद्रीय खनन एवं ईंधन अनुसंधान संस्थान (सिंफर) के ट्रेनी साइंटिस्टों को वेतन व अन्य सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. वहीं सीएसआइआर के छह अन्य लेबोरेटरी में कैट के आदेश पर वहां के ट्रेनी साइंटिस्टों को पुरानी तिथि से ज्वाइन करा कर वेतन का भुगतान कर दिया […]

धनबाद: केंद्रीय प्रशासनिक अधिकरण (कैट) के आदेश के बावजूद केंद्रीय खनन एवं ईंधन अनुसंधान संस्थान (सिंफर) के ट्रेनी साइंटिस्टों को वेतन व अन्य सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. वहीं सीएसआइआर के छह अन्य लेबोरेटरी में कैट के आदेश पर वहां के ट्रेनी साइंटिस्टों को पुरानी तिथि से ज्वाइन करा कर वेतन का भुगतान कर दिया गया है.
क्या है मामला
सीएसआइआर के कई लेबोरेटरी में एकेडमिक काउंसिल स्थापित कर वर्ष 2012 में एम टेक की पढ़ाई शुरू की गयी. सिंफर धनबाद में वर्ष 2012 बैच में कुल दस छात्रों ने ज्वाइन किया. सबको सफलता पूर्वक कोर्स पूरा करने के बाद साइंटिस्ट के रूप में रखने का प्रावधान था. लेकिन, वर्ष 2014 के सितंबर में इन ट्रेनी साइंटिस्टों को अचानक काम से हटा दिया गया. इसके खिलाफ पूरे सीएसआइआर के ट्रेनी साइंटिस्टों ने कैट दिल्ली में मुकदमा दायर किया.

कैट की दो सदस्यीय खंडपीठ ने 25.05.2015 को फैसला सुनाया. फैसले में सीएसआइआर प्रबंधन के आदेश को रद्द कर सभी ट्रेनी साइंटिस्टों को तय मानक के आधार पर वेतन व अन्य सुविधाएं देने को कहा. आदेश के आलोक में केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान पिलानी राजस्थान, आइआइपी देहरादून, सीबीआरआइ रुड़की सहित आधा दर्जन लेबोरेटरी में सभी ट्रेनी साइंटिस्टों को पुरानी तिथि से योगदान करा कर वेतन का भुगतान भी कर दिया गया.

नये सिरे से योगदान करने का आदेश
सिंफर धनबाद में दस ट्रेनी साइंटिस्टों में से छह स्वाहा महापात्र, मो. तनवीर, जयवर्धन कुमार, प्रसाद भुखिया, संतोष कुमार बेहरा एवं विवेक कुमार हिमांशु अभी भी यहां बिना वेतन के काम कर रहे हैं. उन्हें दस माह से वेतन नहीं मिल रहा है. जबकि चार अन्य छात्र अलका ज्योति दास, देवाशीष मिश्र, सत्य प्रकाश साहू एवं एन घोष दूसरे संस्थान में चले गये हैं. यहां कार्यरत ट्रेनी साइंटिस्टों का कहना है कि फिर से योगदान करने का कोई मतलब नहीं है. यह कैट के आदेश का उल्लंघन है.

कैट के आदेश का हो रहा अनुपालन
सिंफर के प्रशासनिक अधिकारी संजय कुमार ने कहा कि कैट के आदेश का अनुपालन हो रहा है. यहां जो ट्रेनी साइंटिस्ट हैं उन्हें योगदान करने के लिए आदेश दिया गया है. योगदान की तिथि से वेतन भुगतान किया जायेगा. दस माह के लंबित वेतन भुगतान के सवाल पर कहा कि इस मामले में सीएसआइआर प्रबंधन से मार्गदर्शन की मांग की गयी है. उसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी.

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