खान सुरक्षा महानिदेशालय (डीजीएमएस) के तत्वावधान में भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) के माइंस रेस्क्यू स्टेशन के सौजन्य से 53वीं अखिल भारतीय खदान बचाव प्रतियोगिता 16 से 20 दिसंबर तक होगी. इसमें देशभर की 18 कंपनियों (कोयला क्षेत्र की 12 और धातु क्षेत्र की 6 कंपनियां) की कुल 32 टीमें भाग लेंगी. इन टीमों का प्रतिनिधित्व खनन क्षेत्र के प्रमुख संगठनों द्वारा किया जायेगा. इसमें बीसीसीएल, कोल इंडिया लिमिटेड की अन्य सहायक कंपनियां, निजी क्षेत्र की खनन कंपनियां और धातु खनन क्षेत्र की प्रमुख कंपनियां शामिल हैं. डीजीएमएस के उप महानिदेशक श्याम मिश्रा ने रविवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यह प्रतियोगिता खनन क्षेत्र में सुरक्षा और बचाव कार्यों की प्रभावशीलता को बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण मंच है. यह न केवल बचावकर्मियों को अपने कौशल में सुधार करने का अवसर प्रदान करता है, बल्कि खदानों में सुरक्षा उपायों को भी सुदृढ़ बनाता है. बीसीसीएल के निदेशक (तकनीकी) शंकर नागचारी ने कहा कि बीसीसीएल को इस प्रतिष्ठित आयोजन की मेजबानी करते हुए गर्व हो रहा है.
प्रतियोगिता के प्रमुख आकर्षण और आयोजन :
प्रतियोगिता के दौरान स्टैच्यूटरी, फर्स्ट एड, फ्रेश एयर बेस, कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (CBT), रेस्क्यू रिकवरी, रिले रेस, रोपवे रेस्क्यू, अग्निशमन, कैप्टन की रिपोर्ट आदि जैसी विभिन्न प्रतियोगिताओं और गतिविधियों का आयोजन होगा. इस बार प्रतियोगिता में पांच महिला टीमों की भागीदारी इसे विशेष रूप से आकर्षक बना रही है. इस प्रतियोगिता का आयोजन बीसीसीएल की मेजबानी में किया जा रहा है, इसमें कुछ प्रतियोगिताएं बस्ताकोला क्षेत्र के चांदमारी कोलियरी में और अन्य कार्यक्रम नेहरू कॉम्प्लेक्स कोयला नगर में आयोजित किए जायेंगे. प्रतियोगिता का समापन समारोह 20 दिसंबर को होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है